"औडिशन के लिए मैं कुछ भी मिस नहीं करना चाहता हूं," हाथ में कागज का एक टुकड़ा ले कर दौड़ते हुए आदि ने जवाब दिया.
"रुको, लेकिन औडिशन कल है," पार्थ पीछे से चिल्लाया, "तुम किस किरदार के लिए औडिशन दे रहे हो?" उस ने उसे मूंगफली पकड़ाते हुए पूछा.
आदि ने गरम और मसालेदार मूंगफली का पैकेट पकड़ लिया. "राम, हनुमान या अंगद, तुम कौन से रोल के लिए औडिशन दे रहे हो?" उस ने पूछा.
पार्थ ने बुदबुदाते हुए कहा, "मैं किसी भी रोल के लिए तैयार हूं."
वे पार्क की ओर चल दिए, जो खाली पड़ा था.
"सब कहां हैं? जब तक औडिशन शुरू नहीं होता तब तक उन्हें यहां क्रिकेट खेलना चाहिए था," आदि ने हांफते हुए कहा.
"उन्होंने हम से झूठ बोला," पार्थ ने अपनी मसालेदार मूंगफली खत्म कर अपनी शर्ट पर अपने हाथ पोंछते हुए कहा.
हर साल कौलोनी के बच्चे इकट्ठा हो कर साझी छत पर रामलीला का मंचन करते थे. आदि 5 साल की उम्र से ही इस में भाग ले रहा था. हर साल उसे बंदर सेना में बंदर का रोल मिलता रहा, जिस में कोई संवाद नहीं था. शुरुआत में वह रोल में पा कर खुश था, लेकिन अब वह जब 10 साल का हो गया था, तो इस ने उसे एक वरिष्ठ अभिनेता बना दिया था. "मैं अब उस छोटी भूमिका को स्वीकार नहीं करूंगा," आदि ने फैसला कर लिया था.
पार्थ उस से सहमत था. "आओ, औडिशन से पहले संवादों का अभ्यास करें और बड़ी भूमिकाएं प्राप्त करें, " उस ने सुझाव दिया.
"सब से पहले सभी को ढूंढ़ लेते हैं," आदि ने आगे चलते हुए कहा.
उस के बाद उन्होंने कोकी और मीला को डांस स्टेप्स का अभ्यास करते हुए और पूछा कि उन्हें पता है कि साल कहां है? लड़कियों ने अपना सिर 'ना' में हिलाया और रिहर्सल करती रहीं.
"चलो, बिन्नी के घर चलते हैं," आदि ने सुझाव दिया, "वे सभी वहां छत पर हो सकते हैं."
"अरे नहीं, वह ब्लौक 'बी' है, जहां जैकी है," पार्थ ने कांपते हुए कहा, "जैकी हमेशा मुझ पर भौंकता है."
"चलो, आ जाओ, जैकी कुछ नहीं करेगा," आदि ने कहा और पार्थ का हाथ पकड़ कर 'बी' ब्लौक की ओर चल दिया. जैसे ही वे ऊपर वाली मंजिल पर पहुंचे, उन्हें बहुत सारी आवाजें सुनाई दीं.
जैकी बिलकुल नहीं भौंका, क्योंकि वह जूतों के के पास गहरी नींद में सो रहा था.
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