रौनक वहीं बैठ गया और कराहते हुए बोला, "दिन में तारे दिख गए मुझे."
रौबी और गरिमा सहम गए थे. फिर रौनक चुटकी बजाते हुए बोला, "तारों से याद आया, जानते हो, इस बार मैं अपनी मम्मी को उन के जन्मदिन पर क्या गिफ्ट दे रहा हूं?"
रौबी और गरिमा एकसाथ बोल पड़े, "हम कैसे जानेंगे? तुम बताओ, क्या दे रहे हो अपनी मम्मी को? उन का फेवरेट गाजर का हलवा बना रहे हो क्या?"
रौनक ने जवाब दिया, "नहीं, वह तो मम्मी अभी तक 20 बार बना चुकी हैं. मम्मी मुझे रात को सोते समय लोरी सुनाती हैं, चंदा मामा दूर के, लेकिन जब से चंद्रयान ने चांद पर लैंड किया है, मैं ने सोच लिया है कि मम्मी को चंदा मामा से मिलवा ही दूं.”
रौबी और गरिमा ने कहा, "ऐसा कैसे कर पाओगे तुम?"
रौनक ने जवाब दिया, “जमाना बहुत आगे बढ़ गया ने है और अब तो सब चांद पर जमीन भी खरीदने लगे। हैं. मैं भी चाहता हूं कि अपनी गुल्लक के पैसे निकाल कर चांद पर जमीन खरीद लूं.”
यह सुन कर रौबी और गरिमा खिलखिला कर हंस पड़े और बोले, "तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है."
उन्हें यों हंसता देख कर रौनक ने कहा, "अभी तो तुम हंस रहे हो, लेकिन जब मैं वहां जमीन खरीद लूंगा और घर बनाऊंगा तब देखना कैसे तुम मेरे आगेपीछे घूमोगे.”
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जो ढूंढ़े वही पाए
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डिक्शनरी
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सिल्वर लेक की यादगार दीवाली
\"पटाखों के बिना दीवाली नहीं होती है,” ऋषभ ने नाराज हो कर कहा.