झारखंड के दुमका में सोमवार 22 अगस्त, 2022 की सुबह अंकिता की आंखें सूर्योदय के बाद तब खुली थीं, जब बंद खिड़की की टूटी किवाड़ से सूर्य की किरणें सीधे उस के चेहरे पर पड़ने लगी थीं. बिस्तर छोड़ते ही उस की नजर खिड़की की टूटी किवाड़ पर गई, जिसे उस ने रात को सोने से पहले सहारा दे कर लगा दिया था.
कुछ सोच कर खिड़की के पास जा कर उसे देखते हुई बुदबुदाने लगी, "इसे आज ही बनवाने के लिए पापा से बोलना होगा. लेकिन पापा टूटने का कारण पूछेंगे, तब वह उन से क्या बोलेगी?"
और फिर वह उस के टूटने के कारण को याद कर सिहर गई.
दरअसल, घर के पिछवाड़े की ओर आनेजाने की आम रास्ते की गली में खुलने वाली खिड़की की किवाड़ टूटी नहीं, बल्कि तोड़ी गई थी. उसे एक दिन पहले ही मोहल्ले के शाहरुख नाम के युवक ने ही तोड़ डाला था.
शाहरुख के रहनसहन, उदंड बातव्यवहार और मिजाज के साथ पढ़ाकू अंकिता के शांत सौम्य स्वभाव का कोई मेल नहीं था. वह झारखंड के मिश्रित समुदाय की आबादी वाले एक चर्चित शहर दुमका के जरुआडीह मोहल्ले में रहती थी. वहां हिंदू और मुसलमानों की मिलीजुली आबादी है.
उस के पिता संजीव सिंह एक बिसकुट कंपनी में सेल्समैन थे. मां की एक साल पहले मौत हो गई थी. घर में पिता, दादा और 12 साल के छोटे भाई हैं और बड़ी बहन की शादी हो चुकी है.
अंकिता सुंदर और अपने पारिवारिक संस्कारों में बंधी एक आज्ञाकारी क्षत्रिय समाज की लड़की थी. वह घर से बाहर ट्यूशन पढ़ने या किसी जरूरी काम के लिए ही निकलती थी. बाकी समय में घर में दादादादी और भाई के साथ समय बिताती थी. वह अपने करियर को ले कर भी चिंतित रहती थी. उस की तमन्ना आईपीएस बनने की थी.
शाहरुख उसी मोहल्ले में रहता था. उस की छवि एकदम से फिल्मी और मटरगश्ती करने वाले नवयुवक जैसी थी. वह खुद को बौलीवुड स्टार शाहरुख खान का हमशक्ल समझता था और उस जैसा पोज दे कर दोस्तों का मनोरंजन करता था.
वह दोस्तों के साथ ही सड़कोंगलियों में आतीजाती लड़कियों पर फब्तियां भी कसता रहता था. उन्हें टकटकी निगाह से निहारते हुए भद्दे कमेंट करने से भी बाज नहीं आता था.
This story is from the September 2022 edition of Satyakatha.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the September 2022 edition of Satyakatha.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
मासूमों से रेप हुआ एनकाउंटर
महाराष्ट्र के पुणे जिलांतर्गत बदलापुर में एक बहुत ही चर्चित स्कूल है, जहां नर्सरी -केजी से ले कर 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है. यहां मराठी और अंगरेजी माध्यम से पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 1200 के करीब है. मराठी माध्यम के स्कूल सरकारी अनुदान से चलते हैं, जबकि अंगरेजी वाले स्कूल पूरी तरह से प्राइवेट हैं.
गे संबंधों की लालसा में लुट रहे युवा
गे ऐप्स आजकल अपराधियों का अड्डा बनते जा रहे हैं. इन ऐप्स के जरिए गे कैटेगरी के लोग इतनी आसानी से अपराधियों के चंगुल में फंस जाते हैं कि उन्हें आभास ही नहीं हो पाता. आप भी जानें कि अपराधी इन ऐप्स के जरिए अपने शिकार को कैसे फांसते हैं?
देवर की चाहत में पति की हत्या
30 वर्षीय पूनम ने 40 साल के दिनेश अवस्थी से प्रेम विवाह कर जरूर लिया था, लेकिन वह उस से खुश नहीं थी. फिर पूनम ने हमउम्र देवर मनोज अवस्थी को प्यार के जाल में फांस लिया. यह बात जब दिनेश को पता चली तो उस ने क्या किया ? क्या पति के सामने पूनम देवर के साथ रहती रही? जानने के लिए पढ़ें यह दिलचस्प कहानी.
जंगल में मंगल मिली मौत
अपनी प्रेमिका के साथ जो युवक नेवरी पहाड़ी के जंगल में मौजमस्ती करते, अरुण त्रिपाठी पेड़ की आड़ में छिप कर उन की वीडियो बना लेता था. फिर उन युवकों को ब्लैकमेल कर उन से मोटी रकम वसूलता था. संजू और ऋतिक के भी उस ने उन की प्रेमिकाओं के साथ अश्लील फोटो खींच लिए. ये फोटो उस की जान पर ऐसी मुसीबत बन कर आए कि.....
फ्लाइट अटेंडेंट
नेतागिरी पर बेस्ड वेब सीरीज 'फ्लाइट अटेंडेंट' में एक स्ट्रगल राजनेता अपनी पत्नी तक को कुरबान कर देता है. इस में कहानी प्रजेंट और पास्ट में चलती है. सीरीज की कहानी फ्लाइट अटेंडेंट की पास्ट लाइफ पर चलती है. उस की पास्ट लाइफ बहुत खराब होती है. कुल मिला कर सीरीज की कहानी दर्शकों को कनफ्यूज करने वाली हैं.
बड़े बेटों के जरिए छोटे की मौत का बदला
कविता राघव अपने दोनों बेटों शिवम और शशांक को एक स्कूल के वाइस प्रिंसिपल शबाबुल आलम की हत्या करने के लिए मजबूर कर रही थी. उस ने बेटों से यहां तक कह दिया कि यदि तुम यह काम नहीं करोगे तो मैं किसी शूटर से उस की हत्या करा दूंगी. मम्मी के कहने पर दोनों बेटों शबाबुल को मार दिया. पढ़ें, यह रोचक कहानी कि एक मां ने अपने बेटों को कातिल क्यों बनाया?
कांस्टेबल नीता शराब तस्करी से कमाए करोडों रुपए?
गुजरात पुलिस में कांस्टेबल नीता चौधरी शाही जिंदगी जीने की शौकीन है. उस के पास अनेक लग्जरी गाड़ियां हैं. एक मामूली सिपाही के पास आखिर कहां से आई करोड़ों रुपए की संपत्ति?
फिल्म 'दृश्यम' की तर्ज पर प्रेमिका का मर्डर
पति से तलाक होने के बाद 32 वर्षीय ज्योत्सना प्रकाश आकरे फौजी अजय वानखेड़े के संपर्क में आई. होटल में हसरतें पूरी करने के बाद फौजी ने उस से शादी करने का वायदा किया, लेकिन इस दौरान इन के बीच ऐसा क्या हो गया कि फौजी अजय ने न सिर्फ ज्योत्सना की हत्या कर दी, बल्कि घटना को फिल्म 'दृश्यम' की कहानी का रूप देने की कोशिश की?
हनीट्रैप का मकड़जाल
बलोदा बाजार भाटापारा के इस हनीट्रैप गैंग में एडवोकेट से ले कर पत्रकार तक शामिल थे. ये लोग शहर के नामी व्यक्तियों को अपने जाल में इतनी आसानी से फांस लेते थे कि शिकार को लाखों रुपए ढीले करने पर मजबूर होना पड़ता था. जैसे ही यह बात पुलिस तक पहुंची तो....
हनीमून फोटोग्राफर
वेब सीरीज 'हनीमून फोटोग्राफर' मालदीव की खूबसूरत पृष्ठभूमि से शुरू होती है. एक दवा कारोबारी का बेटा अधीर अपने हनीमून की फोटोग्राफी के लिए फोटोग्राफर अंबिका (आशा नेगी) को साथ ले कर जाता है, लेकिन मालदीव के समुद्र तट पर अधीर की मौत हो जाती है. यहीं से सीरीज क्राइम थ्रिलर में बदल जाती है. शक अंबिका पर पर होता है. सच्चाई को उजागर करने के लिए अंबिका को धोखे और रहस्यों के जाल से गुजरना होता है.