गणतंत्र दिवस की परेड में इस बार महिला शक्ति को विशेष सम्मान से नवाजा जा रहा है। गर्व करने की बात यह भी है कि परेड में पहली बार आर्मी की तीनों सेनाओं की महिलाओं समेत अग्निवीरों का संयुक्त दस्ता होगा। इस दस्तों की शान यह रहेगी कि भारतीय नारी का पारंपरिक परिधान 'साड़ी कई रूपों में अपना जलवा दिखाएगा। विजय चौक से इंडिया गेट तक का पथ 1900 किस्म की साड़ियों से सजाया जाएगा। हर साड़ी पर बार कोड रहेगा, ताकि इसे स्कैन करके दर्शक उसके स्थान, शैली, परंपरा और बनाने की प्रक्रिया जान सकें। तो जानते है, कभी न खत्म होने वाली साड़ी की दिलचस्प कहानी।
■ साड़ी का अस्तित्व : साड़ी एवरग्रीन परिधान है। शादी, त्योहार या कोई खास ओकेजन पर साड़ी पहनना महिलाओं की विशेष पसंद होती है। यही वजह है कि साड़ी का फैशन हमेशा बरकरार रहता है। भारतीय संस्कृति और हिंदू परंपरा में साड़ी का अस्तित्व 2800 ईसा पूर्व से है। साड़ी का सर्वप्रथम वर्णन यजुर्वेद में मिलता है जहां, जरदोजी साड़ी का जिक्र है। उस वक्त इन साड़ियों को खासतौर पर देवी-देवताओं को सजाने के लिए उपयोग में लाया जाता था। महाभारत में भी चीरहरण प्रसंग के दौरान साड़ी का उल्लेख मिलता है। जब दुर्योधन द्वारा भरी सभा में द्रौपदी के चीरहरण का प्रयास किया गया तब स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने द्रौपदी की साड़ी बढ़ाकर उसकी रक्षा की थी, तब से साड़ी को स्त्री के सम्मान और रक्षा का प्रतीक माना गया।
This story is from the January 26, 2024 edition of Rupayan.
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ढीला ढक्कन
“ओफ्फो श्रेया, कुछ काम तो तसल्ली से कर लिया करो। पता नहीं क्यों, हर समय जल्दबाजी में रहती हो?”श्रेया ने आवाज सुन वहीं से जानना चाहा और बोली, “अब क्या हुआ शेखर? क्या कर दिया मैंने?”
सर्दी के मौसम में अदरक का साथ
सर्दियों में अदरक का सेवन करने से शरीर को गरमी और ऊर्जा मिलती है, लेकिन इसका सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए?
ये परदे कुछ खास हैं
परदे घर की खूबसूरती को बढ़ाते हैं और कमरे में रंग, पैटर्न और टेक्सचर की छटा बिखेरते हैं। परदे बाहर से आने वाली गंदगी को घर में आने से भी रोकते हैं और कमरे में एकांत की भावना पैदा करते हैं। इसके साथ ही खूबसूरत परदों के इस्तेमाल से फर्नीचर की शोभा भी बढ़ जाती है। आजकल बाजार में कई डिजाइनों के खूबसूरत परदे आसानी से मिल जाते हैं, जिससे घर की खूबसूरती में चार-चांद लगाए जा सकते हैं।
कहीं छोटा न रह जाए!
बच्चों की हाइट को लेकर कई माता-पिता परेशान रहते हैं, खासतौर से जिनकी हाइट उम्र के हिसाब से कम होती है। जानकार कहते हैं कि ऐसे में आत्मविश्वास को कमजोर न होने दें।
जेन-जी का आकर्षक स्टाइल
जेन-जी के फैशन ट्रेंड्स ने सर्दियों के फैशन को एक नया आयाम दिया है। उसकी स्टाइलिंग में एक ऐसा कॉन्फिडेंस और इनोवेशन है, जो उसे भीड़ में भी सबसे खास दिखाता है।
क्या फट गई हैं एड़ियां?
सर्दियों में कई महिलाओं की एड़ियां फटने लगती हैं। कभी-कभी तो यह समस्या इतनी विकराल हो जाती है कि एड़ियों खून तक आने लगता है। ऐसे आप क्या करती हैं?
नए साल में खिलें फूल की तरह!
दिन बदले। साल बदल गए। खुद को कितना बदला आपने? खुद को कितना 'नया' बनाया आपने? समय-समय पर सकारात्मक बदलाव जरूरी हैं, तभी जिंदगी में कुछ नया होता है।
सपनों की स्टीयरिंग
उस वक्त रोजगार की कोई खास समस्या नहीं थी। समस्या थी तो बस पिता के पास बैठ अपने सपने की बात करना।
पावभाजी मखनी
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तंदूरी प्याज कुलचा
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