![उत्तर-उदारीकरण के आन्दोलन](https://cdn.magzter.com/1531656353/1673853010/articles/NEht_SWeX1676281894289/1676282174758.jpg)
पिछली सदी के 90 के दशक में उदारवाद और भूमण्डलीकरण के सूत्रपात के साथ समाज में बड़े आर्थिक बदलाव आये। विकास की इस नयी बयार ने बड़ी संख्या में लोगों की उन मूलभूत चिन्ताओं रोटी, कपड़ा और मकान से उबारा जो सदियों से चली आ रही थी। भारत में भी हरित क्रान्ति से पहले देश की क़रीब 70 फ़ीसदी आबादी की पहली चिन्ता रोटी थी। ग्लोबलाइजेशन और वैश्वीकरण ने दुनिया की दिग्गज मल्टीनेशनल कम्पनियों के लिए भारत के दरवाज़े खोल दिये गये। ये कम्पनियाँ निवेश लेकर आयीं। आधारभूत ढाँचे में सुधार हुआ। बड़े पैमाने पर रोज़गार के नये अवसर सृजित हुए। रोटी और कपड़े की चिन्ता दूर होने से सरोकार भी बदले। समाज में चर्चा का विषय ग़रीब और ग़रीबी की जगह उपभोक्तावाद हो गया। जूते, कपड़ों की नहीं उनके ब्रांड की बात होने लगी। रोटी का मतलब भी सिर्फ़ रोटी नहीं रह गया। पिज्जा, बर्गर, नूडल्स और कॉन्टिनेंटल खाने तक अब निम्न मध्यमवर्ग की पहुँच हो गयी थी। जब इस वैश्वीकरण के इतने लाभ थे तो फिर इसे विफल कैसे कहा जा सकता है? अगर यह विफल नहीं है तो समाज में नये तरह के तनाव क्यों पैदा हो रहे हैं? समाज में कुछ वर्गों का रह-रहकर आन्दोलित हो उठना, क्या नये वर्ग संघर्ष का प्रतीक नहीं है? क्या यह संघर्ष भूमण्डलीकरण की विफलता का प्रतीक नहीं है? भूमण्डलीकरण की विफलता ने समाज में नये तनाव कैसे पैदा किये?
This story is from the January 2023 edition of Samay Patrika.
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![इज़रायल-फ़िलिस्तीन संघर्ष और उसकी जटिल सामाजिक-मानवीय परिणतियों का गहन अध्ययन](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/17305/1704451/Gd0wVB8_y1716451765678/1716451842099.jpg)
इज़रायल-फ़िलिस्तीन संघर्ष और उसकी जटिल सामाजिक-मानवीय परिणतियों का गहन अध्ययन
यह पुस्तक इज़रायल-फ़िलिस्तीन संघर्ष और उसकी जटिल सामाजिक-मानवीय परिणतियों का गहन अध्ययन प्रस्तुत करती है। इसमें कहानियों, कविताओं, साहित्यिक-राजनीतिक लेखों, साक्षात्कारों और टिप्पणियों का संग्रह है जो इस संघर्ष के विभिन्न पहलुओं को उजागर करते हैं।
!['प्रतिदिन दो नई पुस्तकें प्रकाशित कर रहा है प्रभात प्रकाशन'](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/17305/1704451/EJOLP2NYD1716451535064/1716451765580.jpg)
'प्रतिदिन दो नई पुस्तकें प्रकाशित कर रहा है प्रभात प्रकाशन'
प्रभात प्रकाशन विभिन्न विधाओं की पुस्तकें प्रकाशित करता है, जैसे-रंगीन बाल साहित्य, प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं-यू.पी.एस.सी., एस.एस.सी., बैंकिंग, रेलवे इत्यादि की पुस्तकें। फिक्शन और नॉन-फिक्शन, जिनमें धन प्रबंधन, शेयर मार्केट, मन शरीर व आत्मा, प्रेरणादायक जीवनियाँ और आत्मकथाएँ, व्यक्तित्व विकास, व्यवसाय, राजनीति आदि की पुस्तकें शामिल हैं। प्रभात प्रकाशन प्रा. लि. के निदेशक, पीयूष कुमार से खास बातचीत....
![भारतीय गाँवों का जीवन, प्रेम और संस्कृति](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/17305/1704451/2H0lUUbSy1716451396470/1716451513995.jpg)
भारतीय गाँवों का जीवन, प्रेम और संस्कृति
'शामली में ठहरा वक़्त और अन्य कहानियाँ' रस्किन बॉण्ड की कल्पनाशीलता और उनके व्यक्तिगत जीवन के अनुभवों का अद्भुत संगम है
![आलसी आदमी के लिए क्रिएटिव समस्या समाधान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/17305/1704451/Tf6AEtR861716451274482/1716451386093.jpg)
आलसी आदमी के लिए क्रिएटिव समस्या समाधान
इयान एटकिंसन का कहना है कि समस्याओं का समाधान केवल हल नहीं, बल्कि उन्हें नवप्रवर्तन और प्रगति की सीढ़ी बनाएं
![प्रेम-सम्बन्ध को नए और प्रासंगिक ढंग से प्रस्तुत करता नाटक](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/17305/1704451/WGZgyzUVx1716451055618/1716451265770.jpg)
प्रेम-सम्बन्ध को नए और प्रासंगिक ढंग से प्रस्तुत करता नाटक
अमृता प्रीतम और इमरोज़ के
![स्वयंसेवकों की निष्ठा और संघ के प्रति समर्पण](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/17305/1704451/Rw0iKNhRB1716450659661/1716450866607.jpg)
स्वयंसेवकों की निष्ठा और संघ के प्रति समर्पण
इस किताब में डॉ. हेडगेवार के जीवन, संघ की स्थापना, गुरु जी गोलवलकर का संघ के विस्तार में योगदान और संघ पर प्रतिबन्ध के बाद उनके और सरदार पटेल के बीच हुए पत्र-व्यवहार और संघ के संविधान के निर्माण और इसके आनुषंगिक संगठनों की जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश की गयी है
![सोन चिरैया कभी भारत के एक बड़े भू-भाग में निवास करती थी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/17305/1704451/h0O-VGI1D1716449968721/1716450048974.jpg)
सोन चिरैया कभी भारत के एक बड़े भू-भाग में निवास करती थी
क्यों भारत के सबसे बड़े पक्षियों में शामिल गोडावण को विलुप्ति के कगार पर पहुँचना पड़ा?
![छोटे से कलेवर में बड़ा वृत्तान्त रचता उपन्यास](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/17305/1704451/wLr3Ga1mg1716449853704/1716449961649.jpg)
छोटे से कलेवर में बड़ा वृत्तान्त रचता उपन्यास
इस उपन्यास में 'नीली' है। रंगहीन बीमार आँखों से रंग -बिरंगी दुनिया देखने की कोशिश करती, स्लीप पैरालिसिस जैसी बीमारी से जूझती नीली, जिसके लिए चारों ओर बहता जीवन, बाहर से निरोग और चुस्त दिखता जीवन अपना भीतरी क्षरण उधेड़ता चला जाता है।
![इस संग्रह में सब तरह की औरतें मौजूद हैं](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/17305/1704451/rSQ-wuS9I1716449756204/1716449851107.jpg)
इस संग्रह में सब तरह की औरतें मौजूद हैं
खास किताब - कमाल की औरतें
![महान वक्ता बनने का सूत्र शब्दों का जादू](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/17305/1563786/zxmQBG4op1704794775797/1704794879432.jpg)
महान वक्ता बनने का सूत्र शब्दों का जादू
डेल कारनेगी की पुस्तक 'अच्छा बोलने की कला और कामयाबी' के माध्यम से आप बातचीत कौशल में सुधार कर सकते हैं और महान वक्ता बनने की कड़ी मेहनत में नई ऊँचाइयों तक पहुँच सकते हैं।