चुनावों में एआई का खतरा!
DASTAKTIMES|May 2024
भारत में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है यहां लोकसभा की 543 सीटों पर 7 फेज में चुनाव चल हैं। पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को हो गई, वहीं सातवें चरण की वोटिंग 1 जून को होगी, जबकि मतगणना 4 जून को की जाएगी। दूसरी तरफ अमेरिका में भी राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। हाल ही में टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने एलर्ट जारी करते हुए कहा कि चीन एआई जनरेटेड कंटेंट का प्रयोग करके चुनावों में हेर-फेर कर सकता है। माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि चीन इस साल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बने कंटेंट का उपयोग करके अमेरिका, दक्षिण कोरिया और भारत में होने वाले चुनावों में हेर-फेर करने का खतरा बना हुआ है।
अंकित कुमार
चुनावों में एआई का खतरा!

अमेरिकी टेक फर्म ने अपनी थ्रेट इंटेलिजेंस टीम की एक रिपोर्ट में कहा कि उसे 2024 में हाई-प्रोफाइल चुनावों को टार्गेट करने के लिए उत्तर कोरिया की भागीदारी के साथ चीनी राज्य समर्थित साइबर समूहों की आशंका है। रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट को उम्मीद है कि चीन इन चुनावों को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए एआई-जनरेटेड कंटेंट बनाएगा और इंटरनेट पर फैलाएगा। कंपनी ने आगाह किया कि एआई से बने कंटेंट के साथ चीन का प्रयोग आने वाले वक्त में प्रभावी साबित हो सकता है। रिपोर्ट में जनवरी के दौरान ताइवान के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की चीन की कोशिश का भी जिक्र किया गया है। यह किसी देश द्वारा समर्थित इकाई द्वारा विदेशी चुनाव को प्रभावित करने के लिए एआई कंटेंट का उपयोग करने का पहला उदाहरण है। स्टॉर्म 1376 के नाम से जाना जाने वाला बीजिंग समर्थित ग्रुप ताइवानी चुनाव के दौरान सक्रिय था, कुछ उम्मीदवारों को बदनाम करने के लिए एआईजनरेटेड मीम्स और नकली ऑडियो कंटेंट का प्रसार कर रहा था। इसके अलावा, माइक्रोसॉफट ने यह भी कहा कि चीनी समूह अमेरिका में विभाजनकारी सवाल उठाने और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले प्रमुख मतदान जनसांख्यिकी पर खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग करते हैं। बता दें कि यह रिपोर्ट चीनी साइबर ऑपरेटरों के कारण साइबर सुरक्षा उल्लंघनों के हालिया खुलासे से कुछ हद तक मेल खाती है। हाल ही में अमेरिका और ब्रिटेन की सरकारों ने चीन समर्थित हैकर्स पर राजनेताओं, पत्रकारों और बिजनेसमैन निशाना बनाते हुए एक लंबा साइबर अभियान चलाने का आरोप लगाया था। माइक्रोसॉफ्रट की चेतावनी चुनावी हस्तक्षेप में एआई के उपयोग के बारे में बढ़ती चिंताओं और ऐसे खतरों के खिलाफ कड़ी सतर्कता की जरूरत की तरफ ध्यान खींचती है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) है क्या बला।

This story is from the May 2024 edition of DASTAKTIMES.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the May 2024 edition of DASTAKTIMES.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM DASTAKTIMESView All
बेगम स्वरा का नया लुक चर्चा में
DASTAKTIMES

बेगम स्वरा का नया लुक चर्चा में

स्वरा का जीवन एक दिलचस्प सफर है, जिसमें फिल्मी करियर, राजनीतिक सक्रियता और व्यक्तिगत जीवन की कई अहम घटनाओं ने उन्हें मीडिया और दर्शकों के बीच खास स्थान दिलाया है। 1988 में दिल्ली के एक हिन्दू परिवार में स्वरा भास्कर का जन्म हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सीनियर स्कूल से की और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की। इसके बाद, स्वरा भास्कर ने जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) से समाजशास्त्र में मास्टर डिग्री प्राप्त की।

time-read
4 mins  |
December 2024
ऋषभ पंत आईपीएल के नए किंग
DASTAKTIMES

ऋषभ पंत आईपीएल के नए किंग

आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में इस बार कुछ ऐसा देखने को मिला जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी। टीम इंडिया के सुपरस्टार प्लेयर ऋषभ पंत आईपीएल के नये महाराज बन गये। पंत को लखनऊ सुपर जाएंट्स ने अपनी टीम का हिस्सा बनाने के लिए 27 करोड़ रुपए खर्च कर दिए, जिससे वह ऑक्शन के इतिहास में सबसे महंगे प्लेयर बन गए। ऋषभ पंत का दमदार प्रदर्शन उनकी छप्पड़फाड़ सैलरी की वजह बना।

time-read
6 mins  |
December 2024
प्रकृति, संस्कृति और स्त्री का बहुआयामी विमर्श
DASTAKTIMES

प्रकृति, संस्कृति और स्त्री का बहुआयामी विमर्श

स्त्री चेतना, पर्यावरण और सामाजिक सरोकारों से जुड़ी सुप्रतिष्ठित लेखिका आकांक्षा यादव के आलेखों का संग्रह 'प्रकृति, संस्कृति और स्त्री' को पढ़ते हुए जहां हम विषयवार उनके विचारों, विवरणों और विवेचनों से प्रभावित होते हैं, वहीं हम निबंध विधा के महत्व को भी जान पाते हैं।

time-read
4 mins  |
December 2024
जन-गण-मन का भाग्य विधाता है संविधान
DASTAKTIMES

जन-गण-मन का भाग्य विधाता है संविधान

भारतीय गणतंत्र अमर है लेकिन राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा है। न्यायपालिका संविधान की जिम्मेदार संरक्षक है। न्यायपीठ ने प्रशंसनीय फैसले किए हैं। अदालतों में लंबित लाखों मुकदमे 'न्याय में देरी से अन्याय के सिद्धांत' की गिरफ्त में हैं। अनुच्छेद 19 अभिव्यक्ति का स्वातंत्र्य देता है। अनुच्छेद 20 अन्य बातों के अलावा, 'किसी अपराध के लिए किसी व्यक्ति को अपने ही विरुद्ध गवाही देने के लिए बाध्य करने से रोकता' है।

time-read
4 mins  |
December 2024
संकट में पाकिस्तानी शिया
DASTAKTIMES

संकट में पाकिस्तानी शिया

2023 की जनगणना के मुताबिक पाकिस्तान के पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले में आबादी 7.85 लाख है। इसमें 99 फीसदी पश्तून हैं। पश्तून आबादी में तुरी, बंगरा, जैमुश्त, मंगल, मुकबल, मसुजाई और परचमकानी जनजातियां हैं। तुरी और कुछ बंगश शिया हैं बाकी सब सुन्नी हैं। कुर्रम जिले में 45 प्रतिशत आबादी शिया समुदाय की है जबकि पूरे पाकिस्तान में इस समुदाय की आबादी करीब 15 फीसद है।

time-read
4 mins  |
December 2024
डिजिटल अरेस्ट डर के आगे हार!
DASTAKTIMES

डिजिटल अरेस्ट डर के आगे हार!

आज के युग में मोबाइल या लैपटॉप आम आदमी के जीवन में काफी प्रसांगिक ये हैं। लेकिन डिजिटल विकास तमाम खूबियां के साथ कुछ खामियां भी लाया है। सात समुंदर पार बैठा शख्स भी किसी से नजदीकियां बढ़ा सकता है, लेकिन इस शख्स की सोच के बारे में कोई डिवाइस नहीं बता सकती है कि वह किस श्रेणी का इंसान है। यहीं से साइबर क्राइम की शुरुआत होती है।

time-read
10 mins  |
December 2024
शीतकालीन चारधाम यात्रा में भी गुलजार होगी देवभूमि
DASTAKTIMES

शीतकालीन चारधाम यात्रा में भी गुलजार होगी देवभूमि

शीतकाल के छह महीने भगवान बदरी विशाल की पूजा चमोली जिले में स्थित योग-ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर व नृसिंह मंदिर जोशीमठ, बाबा केदार की पूजा रुद्रप्रयाग जिले में स्थित ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ और मां गंगा व देवी यमुना की पूजा क्रमशः उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगा मंदिर मुखवा (मुखीमट) और यमुना मंदिर खरसाली (खुशीमठ) में होती है।

time-read
7 mins  |
December 2024
कैसे अमेरिकी जासूसों की चीफ बनी - प्रिंसेज ऑफ द आरएसएस
DASTAKTIMES

कैसे अमेरिकी जासूसों की चीफ बनी - प्रिंसेज ऑफ द आरएसएस

बहुत जल्द अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसियों की कमान नवनियुक्त निदेशक तुलसी गबाई के हाथ में होगी। अमेरिका की पहली हिंदू सांसद तुलसी का आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पुराना रिश्ता रहा है। संघ परिवार से जुड़े भारतीय मूल के अमेरिकी हिंदू नागरिक उनके लिए हर चुनाव में लाखों डालर का चंदा जुटाते हैं। आरएसएस के इसी दुलार के कारण अमेरिका में तुलसी 'प्रिंसेज ऑफ द आरएसएस' के नाम से चर्चित हैं। पहले तुलसी का डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ना फिर अचानक डोनाल्ड ट्रम्प को समर्थन देना और फिर रिपब्लिकन पार्टी का दामन थामकर इस मुकाम तक पहुंचना हॉलीबुड के किसी हाई प्रोफाइल पॉलिटिकल ड्रामे से कम नहीं। भारतीय मामलों में अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की बेवजह 'अति सक्रिय' होने के बाद अचानक खुफिया एजेंसियों की कमान तुलसी गबार्ड को दिए जाने को भारत के कूटनीतिक दांव के रूप में देखा जा रहा है।

time-read
4 mins  |
December 2024
प्रदूषण से सांसत में जान
DASTAKTIMES

प्रदूषण से सांसत में जान

दिल्ली राजधानी क्षेत्र में आजकल हवा में पीएम 10 का स्तर 318 और पीएम 2.5 का स्तर 177 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से ज्यादा है जिसके फिलहाल कम होने की उम्मीद बेमानी है। जबकि स्वास्थ्य की दृष्टि से पीएम 10 का स्तर 100 से कम और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम ही उचित माना जाता है। खतरनाक स्थिति यह है कि दिल्ली के आसमान पर अब धुंध की परत साफ दिखाई दे रही है।

time-read
4 mins  |
December 2024
पीके अपनी पार्टी की रणनीति में हुए फेल
DASTAKTIMES

पीके अपनी पार्टी की रणनीति में हुए फेल

पीके के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर ने जनसुराज पार्टी बनाने के करीब 40 दिन बाद अपने प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाया। प्रत्याशियों का चयन बहुत सोच-समझ किया गया। पीके की ओर से जीत के दावे भी थे, लेकिन वह परिणाम के रूप में सामने नहीं आ सके। हालांकि, पीके इस बात से थोड़े खुश जरूर होंगे कि तीन सीटों पर जनसुराज के प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहे।

time-read
2 mins  |
December 2024