रवि किशन, 53 वर्ष
भोजपुरी अभिनेता और गोरखपुर से सांसद
"मेरे लिए खुशी के मायने हैं दूसरों को खुशी देना. दूसरों की मदद करना मुझे बहुत पसंद है. इससे मुझे बड़ा सुकून मिलता है. मैं जब राजनीति में नहीं आया था, उससे पहले से ही मुझे उन लोगों की मदद करने में बड़ा मजा आता था जो कि जीवन में मुश्किल हालात से गुजर रहे होते थे. एक समय आखिर मैं भी तो स्ट्रगलर ही था. अस्पतालों में जरूरतमंदों को बेड और भूखों के लिए भोजन मुहैया कराने का काम मैं सालों से करता आ रहा हूं. इसके अलावा पुराने गाने सुनने और तैरने में मुझे मजा आता है. यूपी, खासकर गोरखपुर में क्षेत्रीय फिल्म सिटी खुलवाना मेरा एक सपना है. इस साल अगर यह खुल गया तो यह निश्चित रूप से 2023 का मेरा सबसे ज्यादा खुशी का लम्हा होगा."
शेफाली शाह, 49 वर्ष
अभिनेत्री
"मेरे लिए खुशी का मतलब प्रियजनों के साथ, स्वस्थ, सुरक्षित और प्रसन्न होना है. साथ में खाना-पीना, हंसीमजाक, नाच-गाना हो या कि बिल्कुल भी कुछ न हो. बस सबके ठहाके हों. और उससे तारी होने वाला सुकून. इस बात का एहसास कि हमारे जहान में सब कुछ ठीक है. हाल ही अफ्रीका में छुट्टियां बिताते हुए मैंने इसे महसूस किया. ह्वेल शार्क और ऐसे ही दूसरे अद्भुत प्राणियों को उनकी अपनी रिहाइश में देखना, वह भी दो या तीन फुट की दूरी से, सचमुच बहुत ही आनंददायक था. चुप्पी, यदा-कदा मेरे दो बेटों की आपसी छेड़छाड़, हंसीमजाक और सबसे बढ़कर हम सबका एक साथ हर लम्हे का मजा लेना. सचमुच यह सब बेशकीमती था."
दिलखुश, 25 वर्ष
एक बस ड्राइवर का बेटा जिसने बिहार के सबसे पॉपुलर ऐप बेस्ड टैक्सी, टैक्सीपूल और कारपूल सर्विस रोडवेज की शुरुआत की
This story is from the January 18, 2023 edition of India Today Hindi.
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सबसे अहम शांति
देवदत्त पटनायक अपनी नई किताब अहिंसाः 100 रिफ्लेक्शन्स ऑन द सिविलाइजेशन में हड़प्पा सभ्यता का वैकल्पिक नजरिया पेश कर रहे हैं
एक गुलदस्ता 2025 का
अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ ह्यूमनकाइंड जैसी चर्चित किताब के लेखक युवाल नोआ हरारी की यह नई किताब बताती है कि सूचना प्रौद्योगिकी ने हमारी दुनिया को कैसे बनाया और कैसे बिगाड़ा है.
मौन सुधारक
आर्थिक उदारीकरण के देश में सूत्रधार, 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया.
हिंदुस्तानी किस्सागोई का यह सुनहरा दौर
भारतीय मनोरंजन उद्योग जैसे-जैसे विकसित हो रहा है उसमें अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी आने, वैश्विक स्तर पर साझेदारियां बनने और एकदम स्थानीय स्तर के कंटेंट के कारण नए अवसर पैदा हो रहे. साथ ही दुनियाभर के दर्शकों को विविधतापूर्ण कहानियां मिल रहीं
स्वस्थ और सेहतमंद मुल्क के लिए एक रोडमैप
स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में हमारी चुनौतियों का पैमाना विशाल है. 'स्वस्थ और विकसित भारत' के लिए मुल्क को टेक्नोलॉजी के रचनात्मक उपयोग, प्रिडिक्टिव प्रिसीजन मेडिसिन, बिग डेटा और पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर कहीं ज्यादा ध्यान केंद्रित करना होगा
ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की ओर
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2025 में भारत की शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाने, नवाचार, उद्यमिता और सामाजिक प्रगति को बढ़ावा देने के लिए उत्प्रेरक का काम कर रही
ईवी में ऊंची छलांग के लिए भारत क्या करे
स्थानीयकरण से नवाचार तक... चार्जिंग की दुश्वारियां दूर करना, बैटरी तकनीक बेहतर करना और बिक्री के बाद की सेवाएं बेहतर करना ही इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति को मजबूत करने का मूल मंत्र है
अब ग्रीन भारत अभियान की बारी
देशों को वैश्विक सफलता का इंतजार करने के बजाए जलवायु को बर्दाश्त बनने के लिए खुद पर भरोसा करना चाहिए
टकराव की नई राहें
हिंदू-मुस्लिम दोफाड़ अब भी जबरदस्त राजनैतिक संदर्भ बिंदु है. अपने दम पर बहुमत पाने में भाजपा की नाकामी से भी सांप्रदायिक लफ्फाजी शांत नहीं हुई, मगर हिंदुत्व के कट्टरपंथी तत्वों के खिलाफ आरएसएस की प्रतिक्रिया अच्छा संकेत
महिलाओं को मुहैया कराएं काम के लिए उचित माहौल
यह पहल अगर इस साल शुरु कर दें तो हम देख पाएंगे कि एक महिला किस तरह से देश की आर्थिक किस्मत बदल सकती है