| राहुल गांधी | 53 वर्ष | कांग्रेस सांसद |
कहा जाता है कि यात्रा ही असली मंजिल है, और संभवतः इसी पर अमल करते हुए राहुल गांधी गाहे-बगाहे यात्रा के जरिए लोगों से जुड़ने की कोशिश करते हैं. भारत जोड़ो यात्रा (बीजेवाइ) का दूसरा संस्करण आ रहा है, जो ऐसे समय शुरू होगी जब हम 2024 में कदम रख चुके होंगे. इस बार, इसे भारत न्याय यात्रा (बीएनवाइ) नाम दिया गया है और यह बदलाव कुछ खास मुद्दों पर फोकस करने की रणनीति दर्शाता है - भारत के लोगों के लिए "आर्थिक, सामाजिक और राजनैतिक न्याय सुनिश्चित करना." राहुल की यह यात्रा 14 जनवरी से शुरू होगी, यानी अयोध्या की गहमागहमी से ठीक एक हफ्ते पहले इसमें अधिकांश यात्रा बस से पूरी की जाएगी और बीच में कुछ-कुछ जगहों पर रुककर वे भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर कुछ दूरी पैदल तय करेंगे. सूरज की किरणों का अनुसरण करते हुए यात्रा की शुरुआत पूरब में मणिपुर से की जाएगी और फिर 14 राज्यों के 85 जिलों की धूल फांकता उनका कारवां 20 मार्च को पूरे धूमधाम से पश्चिम में मुंबई पहुंचेगा. इसके साथ ही राहुल देश के चारो कोनों को जोड़ने वाली यात्रा का एक चक्र पूरा कर लेंगे, जिसका एक सिरा जनवरी 2023 में श्रीनगर में उनकी भारत जोड़ो यात्रा के सफल समापन के समय खुला छूट गया था. श्रीनगर में हर तरफ जमी बर्फ के बीच ग्रे फिरन पहने राहुल गांधी ग्रे का व्यक्तित्व कुछ-कुछ मसीहाई लग रहा था और बढ़ी सफेद दाढ़ी इसकी गवाही दे रही थी कि उन्होंने पांच माह चली पदयात्रा के दौरान एक लंबी दूरी तय की है.
This story is from the January 10, 2024 edition of India Today Hindi.
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लीक से हटकर
मध्य प्रदेश में जंगली सैर से लेकर लद्दाख में पश्मीना के इतिहास को जानने तक, हमने कुछ खास यात्रा अनुभवों की सूची तैयार की है जो आपको एक अनदेखे भारत के करीब ले जाएंगे
खूबसूरत काया का जलवा
भारत की खूबसूरत बालाएं और वैश्विक सौंदर्य प्रतियोगिताएं, लगता है नब्बे के दशक से एक-दूसरे के लिए ही बनी हैं. और यह सिर्फ किस्मत की बात नहीं. खिताब जीतने वाली कई सुंदरियों ने बाद में इसके सहारे अपने करियर को बुलंदियों पर पहुंचाया
खरीदारी का मॉडर्न ठिकाना
शॉपिंग मॉल भारत में '90 के दशक की ऐसी अनूठी घटना है जिसने भारतीय मध्य वर्ग की खरीद के तौर-तरीकों को बदल दिया. 'खरीदारी के साथ-साथ मनोरंजन' केंद्र होने की वजह से वे अब कामयाब हैं. वहां हर किसी के लिए कुछ न कुछ है
छलकने लगे मस्ती भरे दिन
यूबी की किंगफिशर ने 1990 के दशक में बीयर को कूल बना दिया. तब से घरेलू अल्कोहल उद्योग के जोशीले दिन कभी थमे नहीं
डिस्को का देसी अंदाज
घर हो या कोई भी नुक्कड़-चौराहा, हर तरफ फिल्मी गानों की बादशाहत कायम थी. उसके अलावा जैसे कुछ सुनाई ही नहीं पड़ता था. तभी भारतीय ब्रिटिश गायकसंगीतकार बिट्टू ने हमें नाजिया से रू-ब-रू कराया, जिनकी आवाज ने भारतीयों को दीवाना बना दिया. सच में लोग डिस्को के दीवाने हो गए. इसके साथ एक पूरी शैली ने जन्म लिया
जिस लीग ने बनाई नई लीक
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आनंद की विरासत
विश्वनाथन आनंद अचानक ही सामने आए और दुनिया फतह कर ली. गुकेश के साथ 2024 में भारत को मिली उपलब्धि उसी विरासत का हिस्सा है
जब स्वच्छता बन गया एक आंदोलन
सामूहिक शर्म से लेकर राष्ट्रीय गौरव तक, खुले में शौच का चलन खत्म करने के देश के सफर में मजबूत सियासी इच्छाशक्ति और नेतृत्व के साथ-साथ समुदाय, कॉर्पोरेट और सेलेब्रिटी के मिलकर काम करने की दास्तान शामिल
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एक पनबिजली परियोजना के विरोध में पर्यावरणविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, कवियों और पत्रकारों ने मिलकर जन जागरुकता अभियान चलाया और भारत के अब बचीखुची उष्णकटिबंधीय वर्षावनों में से एक, केरल की साइलेंट वैली को बचाने में कामयाब रहे।
बताने को मजबूर हुए बाबू
जमीनी स्तर पर संघर्ष से जन्मे इस ऐतिहासिक कानून ने भारत में लाखों लोगों के हाथों में सूचना का हथियार थमाकर गवर्नेस को न सिर्फ बदल दिया, बल्कि अधिकारों की जवाबदेही भी तय करने में बड़ी भूमिका निभाई