400 का बुलंद लक्ष्य
India Today Hindi|April 10, 2024
सत्तारूढ़ पार्टी ने ऐतिहासिक बुलंदी की चढ़ाई के लिए चतुर रणनीति, राजनैतिक जोड़तोड़ और हिंदुत्व तथा विकास के इर्द-गिर्द बुने नैरेटिव का सुस्वादु घोल तैयार करने की कोशिश की
अनिलेश एस. महाजन, हिमांशु शेखर और राज चेंगप्पा
400 का बुलंद लक्ष्य

नामुमकिन को मुमकिन बनाना. यही चुनौती नरेंद्र मोदी अपने लिए लगातार तय करते हैं और उसे हासिल करने में जुट जाते हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी ने 543 सदस्यीय सदन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 282 और उसकी अगुआई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को 336 सीटों की शानदार जीत दिलाई, जबकि 1980 में अपने गठन के बाद से भाजपा कभी 182 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई थी. 30 वर्षों में यह पहली बार था कि किसी पार्टी ने अपने दम पर साधारण बहुमत हासिल किया था. इसके पहले 1984 में राजीव गांधी की अगुआई में कांग्रेस को 414 सीटों की ऐतिहासिक जीत मिली थी. मोदी का जादू 2019 में दूसरी बार भी चला. भाजपा बढ़कर 303 सीटों और एनडीए 352 सीटों पर पहुंच गया. इस बार वे दो शिखर चोटियों पर ऐतिहासिक चढ़ाई का दावा ठोक रहे हैं. कमतर चोटी: लगातार तीसरी बार पार्टी को अपने दम पर बहुमत दिलाकर जवाहरलाल नेहरू की बराबरी करना. और असली एवरेस्ट शिखर: 400 सीटें लाकर राजीव गांधी के रिकॉर्ड की बराबरी करना.

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