क्यों जेन वी है निर्णायक
India Today Hindi|May 01, 2024
विकसित भारत पीढ़ी (जनरेशन वी) वाले 21 करोड़ युवा मतदाता आखिर किस पर अपनी मुहर लगाएंगे? अतीत की तरह युवा इस बार भी चुनावी नतीजों को तय करने में निर्णायक साबित हो सकते हैं - 
कौशिक डेका, अमिताभ श्रीवास्तव और धवल एस. कुलकर्णी
क्यों जेन वी है निर्णायक

97 करोड़ भारतीय मतदाताओं की संख्या

21 करोड़ मतदाता हैं 18-29 वर्ष की उम्र समूह में, कुल मतदाताओं का 22 फीसद

15.3 करोड़ अनुमानित युवाओं की संख्या जिन्होंने 2019 के चुनावों में वोट दिए

6.3 करोड़ या 48 फीसद युवाओं ने 2019 में भाजपा+ सहयोगियों को वोट दिया, कांग्रेस+ सहयोगियों को 24 फीसद ने

आम चुनाव 2024 के पहले चरण के लिए वोट पड़ने से ठीक आठ दिन पहले 11 अप्रैल को देश के सात गेमिंग इन्फ्लुएंसर से बातचीत करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीडियो ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी. मार्च में उनके आवास पर रिकॉर्ड हुए उस वीडियो में प्रधानमंत्री को उन युवा गेमर्स से बातचीत करते दिखाया गया, जिनकी औसत उम्र 25 साल थी. मोदी उन्हें यह तक बता रहे थे कि वे उनकी 'गेमिंग लिंगो' यानी गेमिंग की भाषा का इस्तेमाल अपने भाषणों में कैसे कर सकते हैं. एक अन्य मौके पर 7 मार्च को ऑनलाइन कंटेंट बनाने वालों के लिए नए शुरू हुए राष्ट्रीय नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड प्रदान करते वक्त मोदी ने देश के कुछ सबसे बड़े सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर - रणवीर इलाहाबादिया, श्रद्धा जैन और कामिया जानी- के साथ दोस्ताना बातचीत और हंसी-दिल्लगी की. दरअसल, इलाहाबादिया और जानी ने बीते एक महीने में अपने-अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अन्य लोगों के अलावा केंद्रीय मंत्रियों एस. जयशंकर, नितिन गडकरी और स्मृति ईरानी से बातचीत को भी स्ट्रीम किए.

क्यों युवाओं के वोट अहम 

This story is from the May 01, 2024 edition of India Today Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the May 01, 2024 edition of India Today Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM INDIA TODAY HINDIView All
लीक से हटकर
India Today Hindi

लीक से हटकर

मध्य प्रदेश में जंगली सैर से लेकर लद्दाख में पश्मीना के इतिहास को जानने तक, हमने कुछ खास यात्रा अनुभवों की सूची तैयार की है जो आपको एक अनदेखे भारत के करीब ले जाएंगे

time-read
4 mins  |
January 01, 2025
खूबसूरत काया का जलवा
India Today Hindi

खूबसूरत काया का जलवा

भारत की खूबसूरत बालाएं और वैश्विक सौंदर्य प्रतियोगिताएं, लगता है नब्बे के दशक से एक-दूसरे के लिए ही बनी हैं. और यह सिर्फ किस्मत की बात नहीं. खिताब जीतने वाली कई सुंदरियों ने बाद में इसके सहारे अपने करियर को बुलंदियों पर पहुंचाया

time-read
3 mins  |
January 01, 2025
खरीदारी का मॉडर्न ठिकाना
India Today Hindi

खरीदारी का मॉडर्न ठिकाना

शॉपिंग मॉल भारत में '90 के दशक की ऐसी अनूठी घटना है जिसने भारतीय मध्य वर्ग की खरीद के तौर-तरीकों को बदल दिया. 'खरीदारी के साथ-साथ मनोरंजन' केंद्र होने की वजह से वे अब कामयाब हैं. वहां हर किसी के लिए कुछ न कुछ है

time-read
3 mins  |
January 01, 2025
छलकने लगे मस्ती भरे दिन
India Today Hindi

छलकने लगे मस्ती भरे दिन

यूबी की किंगफिशर ने 1990 के दशक में बीयर को कूल बना दिया. तब से घरेलू अल्कोहल उद्योग के जोशीले दिन कभी थमे नहीं

time-read
3 mins  |
January 01, 2025
डिस्को का देसी अंदाज
India Today Hindi

डिस्को का देसी अंदाज

घर हो या कोई भी नुक्कड़-चौराहा, हर तरफ फिल्मी गानों की बादशाहत कायम थी. उसके अलावा जैसे कुछ सुनाई ही नहीं पड़ता था. तभी भारतीय ब्रिटिश गायकसंगीतकार बिट्टू ने हमें नाजिया से रू-ब-रू कराया, जिनकी आवाज ने भारतीयों को दीवाना बना दिया. सच में लोग डिस्को के दीवाने हो गए. इसके साथ एक पूरी शैली ने जन्म लिया

time-read
4 mins  |
January 01, 2025
जिस लीग ने बनाई नई लीक
India Today Hindi

जिस लीग ने बनाई नई लीक

लगातार पड़ते छक्के, स्टैंड में बॉलीवुड सितारों और नामी कॉर्पोरेट हस्तियों और सत्ता- रसूखदारों की चकाचौंध, खूबसूरत बालाओं के दुमके - आइपीएल ने भद्रलोक के इस खेल को रेव पार्टी सरीखा बना डाला, जहां हर किसी की चांदी ही चांदी है

time-read
2 mins  |
January 01, 2025
आनंद की विरासत
India Today Hindi

आनंद की विरासत

विश्वनाथन आनंद अचानक ही सामने आए और दुनिया फतह कर ली. गुकेश के साथ 2024 में भारत को मिली उपलब्धि उसी विरासत का हिस्सा है

time-read
3 mins  |
January 01, 2025
जब स्वच्छता बन गया एक आंदोलन
India Today Hindi

जब स्वच्छता बन गया एक आंदोलन

सामूहिक शर्म से लेकर राष्ट्रीय गौरव तक, खुले में शौच का चलन खत्म करने के देश के सफर में मजबूत सियासी इच्छाशक्ति और नेतृत्व के साथ-साथ समुदाय, कॉर्पोरेट और सेलेब्रिटी के मिलकर काम करने की दास्तान शामिल

time-read
2 mins  |
January 01, 2025
जब मौन बन गया उद्घोष
India Today Hindi

जब मौन बन गया उद्घोष

एक पनबिजली परियोजना के विरोध में पर्यावरणविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, कवियों और पत्रकारों ने मिलकर जन जागरुकता अभियान चलाया और भारत के अब बचीखुची उष्णकटिबंधीय वर्षावनों में से एक, केरल की साइलेंट वैली को बचाने में कामयाब रहे।

time-read
2 mins  |
January 01, 2025
बताने को मजबूर हुए बाबू
India Today Hindi

बताने को मजबूर हुए बाबू

जमीनी स्तर पर संघर्ष से जन्मे इस ऐतिहासिक कानून ने भारत में लाखों लोगों के हाथों में सूचना का हथियार थमाकर गवर्नेस को न सिर्फ बदल दिया, बल्कि अधिकारों की जवाबदेही भी तय करने में बड़ी भूमिका निभाई

time-read
3 mins  |
January 01, 2025