![गढ़ में फिर उतरे सिंधिया](https://cdn.magzter.com/India Today Hindi/1714981267/articles/70Gg-K2W71714989870791/1714990017625.jpg)
अशोकनगर जिले के कदवाया गांव में जब गेहूं की कटी फसल के पीछे जब गर्मी का सूरज छिपना शुरू होता है तो उसी समय वहां ज्योतिरादित्य सिंधिया का कारवां चौपाल पर आकर रुकता है. गुना लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी के लिए दिन की यह आखिरी जनसभा है. उन्होंने दिन में प्रचार की शुरुआत सुबह फैब्रिक और साड़ी के लिए प्रसिद्ध चंदेरी से की थी. जैसे ही वे छोटे से मंच पर चढ़ने लगे वहां तुरही और ढोल बजाने वालों ने जोश से उनका स्वागत किया. बाद में भीड़ को संबोधित करते हुए क्षेत्र के साथ राजपरिवार से अटूट रिश्तों का जिक्र किया, यहां से उनकी दादी विजयराजे और पिता माधवराव सिंधिया सांसद रहे थे. बेशक उनकी अपील भावनात्मक है. इस दौरान उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी और पुत्र महाआर्यमन भी क्षेत्र में प्रचार करते हुए नजर आए.
बतौर कांग्रेस प्रत्याशी और चार बार गुना से सांसद रहे सिंधिया 2019 के लोकसभा चुनाव में वे भाजपा के के.पी. सिंह यादव से पराजित हो गए थे. इसके अगले साल भारत में कोविड लॉकडाउन से कुछ दिनों पहले सिंधिया भगवा खेमे में चले गए और 15 महीने पुरानी कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस की प्रदेश सरकार गिरा दी गई. उसी साल ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा के लिए चुने गए और केंद्र में मंत्री पद से नवाजे गए. यहां से जीतना उनके लिए अतीत में हुए अपमान के जख्मों पर मरहम जैसा होगा हालांकि वे खुद ऐसा नहीं मानते हैं.
This story is from the May 15, 2024 edition of India Today Hindi.
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![कई इन्वेंशन किए कल्कि के लिए](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1766595/-1nLCyTfz1721138847307/1721138970519.jpg)
कई इन्वेंशन किए कल्कि के लिए
डायरेक्टर नाग अश्विन अपनी फिल्म कल्कि 2898 एडी, इसमें किए गए इन्वेंशन और महाभारत की किस्सागोई पर
![काका और दादा की दोस्ती का दम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1766595/8maz8QyaC1721138663576/1721138845199.jpg)
काका और दादा की दोस्ती का दम
सिनेमा में सक्रिय होने के बावजूद दो खुट अभिनेता दोस्त कुमुद मिश्र और शुभ्रज्योत बराट हिंदी थिएटर के प्रतिनिधि चेहरे बनकर उभरे
![चौथे से पहले स्तंभ तक](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1766595/n4FEHxo5b1721138541211/1721138660083.jpg)
चौथे से पहले स्तंभ तक
चौथे स्तंभ से जुड़े रहे ये कुछ नाम अब भारतीय लोकतंत्र की विधायिका के सदस्य के रूप में अपने हुनर को आजमाएंगे
![इनकी सबसे ऊंची छलांग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1766595/3ZtbDx7qb1721138159884/1721138548200.jpg)
इनकी सबसे ऊंची छलांग
इन नेताओं ने विधानसभा तक में भी पैर नहीं धरा था और अब ऊंची छलांग लगाकर सीधे राष्ट्रीय संसद में पहुंचे
![आए कुछ अतिवादी भी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1766595/DFLJyhMYs1721138031991/1721138159537.jpg)
आए कुछ अतिवादी भी
पंजाब और जम्मू-कश्मीर में उथल-पुथल भरे अतीत की कुछ चिनगारियां इस बार के चुनाव में दिखीं
![जड़ों से गहरे जुड़ाव वाले](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1766595/deh4iw9X21721137762821/1721138029889.jpg)
जड़ों से गहरे जुड़ाव वाले
ये सांसद जमीन से जुड़े ऐसे नेता हैं जो किसानों के मुद्दों से लेकर तमाम जमीनी मुद्दे उठाते हुए संसद तक पहुंचे
![महत्वाकांक्षाओं की फसल](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1766595/eWp0t4i3Z1721137587322/1721137758988.jpg)
महत्वाकांक्षाओं की फसल
धरतीपुत्र विभिन्न रूप में आए हैं, श्रमिक से लेकर वरिष्ठ और मजबूत वामपंथी. उनके बीच समानता यह है कि वे सभी खेती-किसानी और जमीन से गहरे से जुड़े हुए हैं
![नेता वही, पार्टी नई](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1766595/GLnG-DnQ-1721136967507/1721137554235.jpg)
नेता वही, पार्टी नई
एक पार्टी से दूसरी में छलांग लगाने और नई वफादारियों की कसमें खाने के बाद चुनावी फतह हासिल करने वाले नेता
![संसद में संकाय सदस्य](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1766595/w0y1icq1b1721136233449/1721136976414.jpg)
संसद में संकाय सदस्य
स्कूल शिक्षकों के साथ-साथ बिजनेस, कंप्यूटर साइंस और कल्चरल स्टडीज के प्रोफेसरों ने अपने-अपने क्लासरूम से निकलकर राजनीति की खासी हल्ले-गुल्ले वाली दुनिया में कदम रखा. पहली बार चुने जाकर वे संसद में पहुंचे
![अब फिक्र देश की सेहत की](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1766595/f9zmxtXt51721135328500/1721136234880.jpg)
अब फिक्र देश की सेहत की
लोकसभा में दाखिल हो कई सदस्य ऐसे हैं जिन्हें चिकित्सा सेवा की विविध विधाओं में महारत हासिल है - कोई कार्डियोलॉजी, सर्जरी या फिर मनोचिकित्सा से जुड़ा तो कोई आयुर्वेद और होम्योपैथी का विशेषज्ञ. विधायी कार्यों में इनका अनुभव खासा कारगर साबित होने वाला