मीसा भारती, 48 वर्ष | राजद | पाटलिपुत्र, बिहार
लालू यादव की सबसे बड़ी संतान अपने तीसरे प्रयास में खुशकिस्मत रहीं. उनका नाम आपातकाल के दौरान लाए गए उस आंतरिक सुरक्षा अधिनियम (मीसा) के नाम पर रखा गया जिसके तहत लालू 1976 में उनके जन्म के वक्त जेल में थे. 2014 और 2019 में पाटलिपुत्र से हारने के बाद मीसा ने अंततः भाजपा के राम कृपाल यादव को 85,174 वोटों से हराकर लोकसभा की यह सीट राजद की झोली में डाल दी. उनके पिता भी 2009 में ऐसा नहीं कर सके थे. लालू के बच्चों में मीसा पहली थीं जिन्होंने 2014 में राजनीति में कदम रखा, पर चुनावी कामयाबी न मिलने पर 2016 में वे राज्यसभा के रास्ते संसद गईं और राज्य तथा पार्टी को छोटे भाई तेजस्वी के हवाले कर दिया.
दुरै वाइको, 52 वर्ष | एमडीएमके | तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु
एमडीएमके के संस्थापक वाइको के नरमदिल बेटे दुरै कोविड के दौरान 'डॉक्टरों नर्सों को खुद ड्राइव करके पहुंचाते थे. 2021 में एमडीएमके के प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनने के साथ राजनीति में उनकी औपचारिक शुरुआत हुई. वे पार्टी के 'लट्टू' सिंबल को फिर जिंदा करने को जूझते रहे हैं. उन्हें डीएमके के 'उगता सूरज' सिंबल पर चुनाव लड़ने कहा गया तो वे भावुक हो उठे. चुनाव आयोग ने अंतत: एमडीएमके को 'माचिस' सिंबल दिया. अब वे जीत गए हैं और 'लट्टू' की जंग जारी रहने की उम्मीद है.
बांसुरी स्वराज, 40 वर्ष | भाजपा | नई दिल्ली
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