भारत के एटमी ऊर्जा कार्यक्रम की कुछ बहुत खास उपलब्धियां रही हैं. इसकी बदौलत हम एटमी हथियार संपन्न देश (एटमी पनडुब्बी क्षमता सहित) बनकर उभर पाए. साथ ही इसने हमें प्रेशराइज्ड हेवी भा वॉटर रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) या दबावयुक्त गुरु जल रिएक्टर और उससे जुड़ी न्यूक्लियर फ्यूल साइकल टेक्नोलॉजी भी दी, जो व्यावसायिक रूप से सफल है और वैश्विक मानदंडों के अनुरूप काम कर रही है. भारत में अभी 220, 540 और 700 एमडब्ल्यूई (मीटर वॉटर इक्विवैलेंट) इकाई आकारों के उन्नीस पीएचडब्ल्यूआर काम कर रहे हैं. 700 एमडब्ल्यूई की चौदह और इकाइयां फ्लीट मोड में निर्माणाधीन हैं. अपनी तीन चरणों की रणनीति के अगले चरण के तौर पर हम 500 एमडब्ल्यूई का प्रोटोटाइप फास्ट ब्रीडर रिएक्टर चालू करने के भी नजदीक हैं, जिसका लक्ष्य थोरियम के हमारे विशाल और दुनिया में सबसे बड़े भंडारों के बूते भारत के लिए लंबे वक्त की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है. थोरियम को उच्च तापमान वाले एटमी रिएक्टरों के ईंधन के तौर पर भी तरजीह दी जाती है, जिनकी उद्योग के लिए सस्ती और स्वच्छ हाइड्रोजन बनाने की खातिर जरूरत है.
This story is from the August 28, 2024 edition of India Today Hindi.
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मिले सुर मेरा तुम्हारा
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संगीतकार अमित त्रिवेदी अपने ताजा गैर फिल्मी और विधा विशेष से मुक्त एल्बम आजाद कोलैब के बारे में, जिसमें 22 कलाकार शामिल
इंसानों की सोहबत में आलसी और बीमार
पालतू जानवर अपने इंसानी मालिकों की तरह ही लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं और उन्हें वही मेडिकल केयर मिल रही है. इसने पालतू जानवरों के लिए सुपर स्पेशलाइज्ड सर्जरी और इलाज के इर्द-गिर्द एक पूरी इंडस्ट्री को जन्म दिया
शहरी छाप स लौटी रंगत
गुजराती सिनेमा दर्शक और प्रशंसा बटोर रहा है क्योंकि इसके कथानक और दृश्य ग्रामीण परिवेश के बजाए अब शहरी जीवन के इर्द-गिर्द गूंथे जा रहे हैं. हालांकि सीमित संसाधन और बंटे हुए दर्शक अब भी चुनौती बने हुए हैं
चट ऑर्डर, पट डिलिवरी का दौर
भारत का खुदरा बाजार तेजी से बदल रहा है क्योंकि क्विक कॉमर्स ने तुरंत डिलिवरी के साथ पारंपरिक खरीदारी में उथल-पुथल मचा दी है. रिलायंस जियो, फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसे कॉर्पोरेट दिग्गजों के इस क्षेत्र में उतरने से स्पर्धा तेज हो गई है जिससे अंत में ताकत ग्राहक के हाथ में ही दिख रही
'एटम बम खुद फैसले नहीं ले सकता था, एआइ ले सकता है”
इतिहास के प्रोफेसर और मशहूर पब्लिक इंटेलेक्चुअल युवाल नोआ हरारी एक बार फिर चर्चा में हैं. एआइ के रूप में मानव जाति के सामने आ खड़े हुए भीषण खतरे के प्रति आगाह करती उनकी ताजा किताब नेक्सस ने दुनिया भर के बुद्धिजीवियों का ध्यान खींचा है.
सरकार ने रफ्ता-रफ्ता पकड़ी रफ्तार
मुख्यमंत्री सिद्धरामैया उपचुनाव में कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन की बदौलत राजनैतिक चुनौतियों से निबटने लोगों का विश्वास बहाल करने और विकास तथा कल्याण की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर दे रहे जोर
हम दो हमारे तीन!
जनसंख्या में गिरावट की आशंकाओं ने परिवार नियोजन पर बहस को सिर के बल खड़ा कर दिया है, क्या परिवार बड़ा बनाने के पैरोकारों के पास इसकी वाजिब वजहें और दलीलें हैं ?
उमरता कट्टरपंथ
बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न जारी है, दूसरी ओर इस्लामी कट्टरपंथ तेजी से उभार पर है. परा घटनाक्रम भारत के लिए चिंता का सबब
'इससे अच्छा तो झाइदारिन ही थे हम'
गया शहर के माड़रपुर में गांधी चौक के पास एक बैटरी रिक्शे पर बैठी चिंता देवी मिलती हैं. वे बताती हैं कि वे कचहरी जा रही हैं. उनके पास अपनी कोई सवारी नहीं है, सरकार की तरफ से भी कोई वाहन नहीं मिला है.
डीएपी की किल्लत का जिम्मेदार कौन?
3त्तर प्रदेश में आजमगढ़ के किसान वैसे तो कई दिनों से परेशान थे लेकिन 11 दिसंबर को उन्होंने डीएपी यानी डाइअमोनियम फॉस्फेट खाद उपलब्ध कराने की गुहार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा दी.