महाराष्ट्र में विधान सभा चुनाव के लिए बुधवार रस को हुए मतदान के दौरान मुंबई में उद्योग जगत की कई हस्तियों ने वोट डाला। देश की आर्थिक राजधानी में शाम 5 बजे तक कुल 49.07 प्रतिशत वोट पड़े। पूरे राज्य में 58.22 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मुंबई के मालाबार हिल इलाके में अपना वोट डाला। उन्होंने मतदान के लिए निर्वाचन आयोग की ओर से की गई व्यवस्था की तारीफ भी की। उन्होंने कहा, 'मैं निर्वाचन आयोग और मुंबई के चुनाव अधिकारियों को बेहतर इंतजामों के लिए बधाई देता हूं। मतदान सप्ताह के मध्य में रखा गया है। इससे उम्मीद है कि वोट प्रतिशत में इजाफा होगा।'
टाटा संस के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन ने मुंबई के पेडर रोड इलाके में बनाए गए बूथ पर मतदान किया। वोट डालने के बाद उन्होंने मतदाताओं से अधिक से अधिक संख्या में घरों से निकल कर अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट डालने की अपील भी की। उन्होंने कहा, 'हमें वोट डालने का बहुत ही महत्त्वपूर्ण विशेषाधिकार मिला हुआ है। इसे लेकर मैं बहुत खुश हूं।'
This story is from the November 21, 2024 edition of Business Standard - Hindi.
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मध्य वर्ग को तोहफा, आयकर स्लैब बदले, मिली जबरदस्त छूट
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को लगातार आठवां केंद्रीय बजट पेश करते हुए व्यक्तिगत आयकर स्लैब में बदलाव किया और स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) सीमा में इजाफा किया। सरकार अगले सप्ताह नया आयकर विधेयक पेश करने की भी योजना बना रही है।
बजट में बिहार के लिए तोहफों का खजाना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को दुलारी देवी द्वारा दिया गया तोहफा भारतीय जनता पार्टी द्वारा बजट में बिहार को दिया गया बेहतरीन तोहफा साबित हो सकता है, जहां इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
25,000 करोड़ रुपये का समुद्री विकास कोष बनेगा
बजट भाषण में लगातार दूसरे साल भारतीय रेलवे का कोई खास उल्लेख नहीं हुआ।
यूलिप पर कर में अस्पष्टता से लुढके बीमा शेयर
केंद्रीय बजट में बीमा क्षेत्र के लिए कई घोषणाओं से इस क्षेत्र के शेयर लुढ़क गए। बजट घोषणाओं में स्पष्टता के बाद इन कंपनियों के शेयरों ने नुकसान की थोड़ी भरपाई की। हालांकि दिन के कारोबार में इनमें गिरावट आई।
वित्त मंत्री ने मध्य वर्ग पर लुटाया प्यार
बजट में अधिक से अधिक नौकरियां पैदा करने के लिए एमएसएमई और कृषि क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित
बजट में व्यावहारिकता के साथ ही सीमाओं पर रखा गया ध्यान
बजट की सराहना अवश्य करनी होगी क्योंकि इसमें व्यावहारिकता झलकती है और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने जो चुनौतियां हैं, उन्हें देखते हुए यह शानदार बजट है।
बजट में मंशा नेक मगर कई सवाल अनुत्तरित
वित्त मंत्री अपने बजट भाषण में आम तौर पर कई अच्छी एवं नेक घोषणाएं करते रहे हैं। परंतु, जब इन घोषणाओं की समीक्षा होती है तो कई सवाल मुंह बाए सामने खड़े हो जाते हैं।
रणनीतिक सूझबूझ की जरूरत
देश की प्रगति के लिए महत्त्वपूर्ण समझे जाने वाले कुछ क्षेत्रों में बड़े लाभ हासिल करने के लिए हमें रणनीतिक सूझबूझ की जरूरत होगी
वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए 6 'परिवर्तनकारी सुधारों' की घोषणा
व्यापार सुगमता के लिए सुधार किए जाएंगे, जिसमें पुराने कानूनों को अद्यतन करना, तकनीकी नवाचार के मुताबिक रफ्तार बढ़ाना शामिल
ऋण-जीडीपी अनुपात घटाने का छह वर्षीय खाका
राजकोषीय घाटे को जीडीपी के 4.4 फीसदी के स्तर तक नीचे लाने का इरादा