सहमा उद्योग
■ भारत में अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं की रफ्तार और वित्तीय लागत प्रभावित होने की आशंका
■ निवेशकों के बीच सेकी की साख पर भी उठ सकते हैं सवाल
पिछले सप्ताह अदाणी समूह और न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध एज्योर पावर के खिलाफ अमेरिका में लगाए गए आरोपों के बाद भारतीय सौर ऊर्जा क्षेत्र उसके प्रभाव से निपटने की तैयारी कर रहा है। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) द्वारा नीलाम की गई 12 गीगावॉट की सौर ऊर्जा परियोजना अदाणी समूह और कई राज्यों के साथ इस विवाद के बीच में है। मगर सौर ऊर्जा उद्योग भी इस गंभीर मामले में सहमा हुआ है।
एक ऊर्जा कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पूरे उद्योग को सदमा लगा है और वहां अविश्वास दिख रहा है।’ उन्होंने कहा कि भारत में इस घटनाक्रम के अलावा अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के रूप में डॉनल्ड ट्रंप की जीत भी भारत में अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं की रफ्तार और वित्तीय लागत को भी प्रभावित कर सकती है।
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