अपने राजनीतिक जीवन और एक आर्थिक सुधारक के रूप में सिंह ने जो उपलब्धियां हासिल कीं उनकी वजह से वह भारत के अब तक के सबसे अच्छे वित्त मंत्री कहलाएंगे और शायद सबसे अच्छे प्रधानमंत्री भी (हालांकि यह बहस का विषय हो सकता है)। वह जिंदगी भर मंझे हुए नीति निर्धारक के रूप में काम करते रहे। सिंह ने अपनी विद्वता और डटकर मेहनत करने की खूबियों के बल पर कठिन आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए जरूरी हुनर हासिल किया।
करिश्मा नहीं होने के कारण ही राजनेताओं को कभी सिंह से कोई खतरा नहीं लगा। राजनीतिक गलियारों में उन्हें किसी ने भी अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं माना। उनका कोई राजनीतिक आधार भी नहीं था, जिस कारण दूसरे नेताओं ने उन्हें देश को भीषण भुगतान संकट से उबारने और 1990 के दशक के पूर्वार्द्ध में देश की अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के उपाय करने से नहीं रोका। किसी के लिए सियासी खतरा नहीं होने की उनकी खासियत ने ही बाद में उन्हें प्रधानमंत्री भी बनाया।
प्रधानमंत्री के रूप में एक बार फिर सिंह ने देश की अर्थव्यवस्था को सधी हुई दिशा दी और उस भीषण वैश्विक वित्तीय संकट में भी देश की अर्थव्यवस्था को डगमगाने नहीं दिया, जैसा संकट पिछले कई दशकों में नहीं दिखा था।
This story is from the December 30, 2024 edition of Business Standard - Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the December 30, 2024 edition of Business Standard - Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
तिब्बत में 6.8 तीव्रता के भूकंप से 126 की मौत
तिब्बत के सबसे पवित्र शहरों में से एक के निकट मंगलवार को 6.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 126 लोगों की मौत और 188 व्यक्ति घायल हो गए। पड़ोसी देश नेपाल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसके कारण इमारतें हिलने लगीं और लोग अपने अपने घरों से बाहर निकल आए।
इस साल 6 नई फंड कंपनी देंगी दस्तक
इस साल 68 लाख करोड़ रुपये के म्युचुअल फंड उद्योग में कई नई एफएम कंपनियां दस्तक देने की तैयारी कर रही हैं।
आरईसी की 2,848 करोड़ रु. फंसा कर्ज बेचने की योजना
अभिजीत ग्रुप की इकाई है कॉरपोरेट पावर लिमिटेड जो परिसमापन की प्रक्रिया में है
देश के कृषि व संबंधित गतिविधियों में फिर वृद्धि की आस
बेहतरीन बारिश के कारण खरीफ की फसल अच्छी रहने और रबी की शानदार बोआई से वित्त वर्ष 2025 में स्थिर मूल्य पर कृषि व संबंधित गतिविधियों का सकल मूल्यवर्धन 3.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो वित्त वर्ष 2024 में 1.4 प्रतिशत था
कम जीडीपी के बावजूद हासिल हो जाएगा राजकोषीय घाटे का लक्ष्य
बजट अनुमान की तुलना में पूंजीगत व्यय 1 से 1.5 लाख करोड़ रुपये कम रहने के कारण हासिल हो जाएगा लक्ष्य
पूंजीगत खर्च, सेफगार्ड शुल्क इस्पात के लिए मुख्य कारक
आयात में तेजी, निर्यात में नरमी और कमजोर कीमतों का असर कैलेंडर वर्ष 2024 में भारतीय इस्पात उद्योग पर स्पष्ट दिखा है। जैसे-जैसे सेफगार्ड शुल्क की संभावना बढ़ रही है, उद्योग के सामने बड़ा सवाल यह पैदा हो रहा है कि क्या 2025 बेहतर वर्ष होगा ?
जीडीपी बढ़ेगा 6.4 फीसदी
एनएसओ के अग्रिम अनुमान में जीडीपी वृद्धि दर चार साल में सबसे कम रहने के आसार
एचएमपीवीः सतर्कता बरतें राज्य
देश में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले सामने आने के बाद केंद्र ने राज्यों से सांस से जुड़ी बीमारियों की निगरानी बढ़ाने और यह बीमारी फैलने से रोकने के लिए लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने को कहा है।
'केंद्रीय बजट में न हो दिल्ली के लिए कोई खास ऐलान'
दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने की घोषणा
मुद्रा की कीमत में बदलाव और बाजार की भूमिका
अगर मुद्रा में बिना किसी हस्तक्षेप के निरंतर उतार-चढ़ाव होते रहने दिया जाए तो यह बेहतर होता है। यकीनन बाजार इस मामले में बेहतर काम करता है।