बच्चे को 6 महीने से पहले केवल मां के दूध पर ही गुजारा करना होता है। मां के दूध से ही उसे हर तरह का पोषण मिलता है। मां का दूध ही उसके लिए हर तरह के आहार का स्रोत होता है। इसलिए मां को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसका दूध बच्चे को पूरी तरह से संतुष्ट कर पा रहा है। या बच्चा भूखा ही रहता है। इसके अलावा मां का दूध पौष्टिक हो इस बात की भी पुष्टि करनी चाहिए। इसके लिए मां का खुद स्वस्थ रहना बहुत जरूरी होता है। मां का दूध पौष्टिक बने इसके लिए जरूरी है मां खुद पौष्टिक आहार का सेवन कर रही हो। इससे बच्चे और मां दोनों की इम्यूनिटी को लाभ मिलता है। मां का दूध पौष्टिक हो और सही मात्रा में आए इसके लिए मां को एक्सरसाइज करनी चाहिए जो ब्रेस्ट के लिए लाभदायक हो। साथ ही मां को संतुलित आहार लेने के साथ-साथ सप्लीमेंट्स का भी सेवन करना चाहिए।
ब्रेस्ट के लिए एक्सरसाइज
ब्रेस्ट मसाज करें: महिला को बच्चे को दूध पिलाने से पहले और बाद में ब्रेस्ट की किसी अच्छे तेल के साथ मालिश करनी चाहिए ताकि ब्रेस्ट पूरी तरह से खाली हो जाए और नलिकाएं भी साफ हो जाएं। इससे ब्रेस्ट मिल्क में फैट की मात्रा जमा होने में मदद मिलेगी जो बच्चे के लिए हेल्दी होता है।
सूर्य नमस्कार करें: इस आसन को करने से आपके शरीर को काफी लाभ मिलते हैं और आपका ब्रेस्ट मिल्क भी ज्यादा आने लगता है। इससे आपको पूरा दिन उर्जा महसूस होती रहेगी जिस कारण आप घर के कामों में और बच्चे को संभालने में ज्यादा थकेंगी भी नहीं।
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