भारत की महत्वकांक्षाओं पर कितना खरा उतर रहा एआई
Grehlakshmi|August 2024
इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को लेकर चौतरफा चर्चा है। कुछ लोगों का मानना है कि इस तकनीक के आने के बाद विकास में बढ़ोतरी होगी तो कुछ का मानना है कि आ एक दानव है जो मनुष्य के लिए ही खतरा पैदा कर सकता है। आज जिस चैट बॉट, चैट जीपीटी को हम जानते हैं। आइए जानते हैं कि उसकी शुरुआत कब हुई।
पिंकी नायक
भारत की महत्वकांक्षाओं पर कितना खरा उतर रहा एआई

र्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी (एआई) ये शब्द चौतरफा सुनाई दे रहा है, न सिर्फ सुनाई दे रहा है बल्कि हर क्षेत्र में इस्तेमाल भी किया जा रहा है। फिर वो चाहे स्वास्थ्य क्षेत्र हो, शिक्षा हो, व्यवसाय हो या फिर मनोरंजन क्षेत्र । ये एआई तकनीक उन कार्यों को खुद करने में सक्षम है जिनको करने के लिए मानव शक्ति की आवश्यकता होती है। आज मनुष्य के सामने एक ऐसी मशीन खड़ी है जो उसके ही बौद्धिक स्तर पर सोच सकती है और कार्य कर सकती है। जहां एआई तकनीक अपने कुछ परिणामों से चौंका देती है वहीं इसके कुछ परिणाम भयानक भी हैं। वो दिन दूर नहीं जब घरेलू कार्यों में भी एआई तकनीक का इस्तेमाल आम हो जाएगा। एआई क्या है, कैसे इसका जन्म हुआ, कब जन्म हुआ, कैसे ये तकनीक कार्य करती है और इसके क्या परिणाम हो सकते हैं? इन सभी सवालों के जवाब इस लेख में विस्तार से जानेंगे।

क्या है एआई

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हिंदी में मतलब है कृत्रिम बुद्धिमत्ता। यानी इंसानों द्वारा बनाई बुद्धि। आसान भाषा में कहें तो एआई कंप्यूटर साइंस की ऐसी शाखा है जो ऐसी कंप्यूटर कंट्रोल मशीन को विकसित कर रही है जो मनुष्य की तरह कार्य कर सकती है। इसी तकनीक को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है। लेकिन किसी मशीन के इस तरह काम करने के लिए उसमें इंटेलिजेंस विकसित किए जाते हैं। जबकि 'मनुष्य में सोचने, समझने या किसी गतिविधि को करने के लिए विचार उनके अनुभव से विकसित होते हैं। एआई को मशीन लर्निंग भी कहा जाता है।

कौन हैं एआई के जन्मदाता

जब इंसानों ने अपनी तरह ही दिखने वाली मशीन विकसित की तो उसने अपनी ही तरह सोचने वाले दिमाग को भी जन्म देने का प्रयास शुरू किया। इस प्रयास में अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक जॉन मैकार्थी ने सन 1956 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शब्द को गढ़ा । इसलिए जॉन मैकार्थी को फादर ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहा जाता है। ऐसे में आप जानेंगे कि एआई आज से ही चर्चा में नहीं है बल्कि दशकों से एआई पर विभिन्न देशों और स्तर पर इसकी चर्चा होती रही है।

एआई के कुछ उदाहरण

This story is from the August 2024 edition of Grehlakshmi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the August 2024 edition of Grehlakshmi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM GREHLAKSHMIView All
बुनाई से स्वेटर ही क्यों बुनें घर के लिए सजावट का सामान
Grehlakshmi

बुनाई से स्वेटर ही क्यों बुनें घर के लिए सजावट का सामान

स्वेटर्स बनने के बाद अक्सर घर में ऊन बच जाती है। इस बची ऊन से आप सजावट का सामान तैयार कर सकते हैं, जिसके लिए आप लेख से मदद ले सकते हैं।

time-read
4 mins  |
December 2024
जाने विवाह पंचमी पर क्यों नहीं होता विवाह
Grehlakshmi

जाने विवाह पंचमी पर क्यों नहीं होता विवाह

मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को भगवान राम ने माता सीता के साथ विवाह किया था। इसलिए हर साल इस तिथि को श्रीराम विवाहोत्सव के रूप में मनाया जाता है। भगवान श्रीराम चेतना के प्रतीक हैं और माता सीता प्रकृति शक्ति की प्रतीक हैं। ऐसे में चेतना और प्रकृति का मिलन होने से ये दिन काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।

time-read
3 mins  |
December 2024
शारदा सिन्हा से है छठ के गीतों की महक
Grehlakshmi

शारदा सिन्हा से है छठ के गीतों की महक

मैं किसी हाल में मायूस नहीं हो सकती, जुल्मतें लाखों हो मगर उम्मीद सहर रखती हूं, ये मिसरा शारदा सिन्हा पर बिल्कुल फिट बैठता है। उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी उम्मीद नहीं छोड़ी और जिंदादिली के साथ अपनी पूरी जिंदगी जीती रहीं।

time-read
5 mins  |
December 2024
स्वाद में लजीज और बनाने में आसान हैं ये सूप
Grehlakshmi

स्वाद में लजीज और बनाने में आसान हैं ये सूप

इस मौसम में तरह-तरह की सब्जियां भी आती हैं जिनसे आप हर दिन अलग-अलग तरह के सूप बनाकर पी सकते हैं। चलिए आज हम आपको ऐसे 6 सूप की रेसिपी बताते हैं जिन्हें आप आसानी से सर्दियों के मौसम में घर में बना सकते हैं।

time-read
2 mins  |
December 2024
घर पर पड़ी जरुरी चीजों से बनाएं बाजार वाला हेयर मास्क
Grehlakshmi

घर पर पड़ी जरुरी चीजों से बनाएं बाजार वाला हेयर मास्क

सर्दियों में बाल काफी रूरवे हो जाते हैं खासतौर से जिन्हें ड्राईनेस की दिक्कत है उनके बालों की चमक कम हो जाती है। ऐसे में आप किचन में इस्तेमाल होने वाली चीजों से सस्ता हेयर मास्क बना सकती हैं। इनके दुष्परिणाम भी न के बराबर होते हैं।

time-read
4 mins  |
December 2024
दादी-मां के नुस्खों से त्वचा रहे खिली-खिली और मुलायम
Grehlakshmi

दादी-मां के नुस्खों से त्वचा रहे खिली-खिली और मुलायम

सर्दियों में त्वचा को मुलायम बनाए रखने के लिए महंगे प्रोडक्ट्स खरीदने की जगह घरेलू चीजों का इस्तेमाल करें। यह आपकी त्वचा को महंगे स्किनकेयर प्रोडक्ट जैसी देखभाल देता है और इनसे कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है।

time-read
4 mins  |
December 2024
हाइड्रेटिंग ड्यूई मेकअप लुक से पाएं नेचुरल जैसा ग्लो
Grehlakshmi

हाइड्रेटिंग ड्यूई मेकअप लुक से पाएं नेचुरल जैसा ग्लो

सर्दियों में त्वचा से नमी कहीं खो जाती है इसलिए मेकअप आर्टिस्ट इन दिनों ड्यूई मेकअप करने की सलाह देते हैं। यह त्वचा को नमी प्रदान करने के साथ ग्लोइंग भी दिखाता है। इस तरह का मेकअप सर्दियों में दिन और रात दोनों ही वाले फंक्शन में सुंदर नजर आते हैं।

time-read
4 mins  |
December 2024
विटामिन सी खाने के ही नहीं लगाने के भी हैं फायदे
Grehlakshmi

विटामिन सी खाने के ही नहीं लगाने के भी हैं फायदे

विटामिन सी एक एंटी ऑक्सीडेंट है, जो रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ त्वचा को खूबसूरत और जवां बनाता है। यानी इसे खाने और लगाने के कई फायदे हैं। चलिए जानते हैं इसके अनगिनत फायदे।

time-read
4 mins  |
December 2024
सर्दी-खांसी से बचे रहना चाहते हैं तो जरूर खाएं ये सुपरफूड्स
Grehlakshmi

सर्दी-खांसी से बचे रहना चाहते हैं तो जरूर खाएं ये सुपरफूड्स

बदलते मौसम में अक्सर इम्युनिटी कमजोर हो जाती है इसलिए इस दौरान ऐसा आहार चाहिए जो आपको भीतर से मजबूत बनाए। चलिए जानते हैं कि सर्दियों में क्या खाएं कि शरीर को शक्ति और ऊर्जा दोनों मिले।

time-read
4 mins  |
December 2024
सर्दियों में गर्माहट के साथ स्टाइलिश लुक देंगे ये बूट्स
Grehlakshmi

सर्दियों में गर्माहट के साथ स्टाइलिश लुक देंगे ये बूट्स

अगर आप तेज कड़कती ठंड में अपने पैरों को बचाना चाहते हैं, तो बूट्स से बेहतर और कोई फुटवियर नहीं है। आइए नजर डालते हैं कुछ लेटेस्ट डिजाइन के बूट्स पर।

time-read
1 min  |
December 2024