हाल ही में रूढिवादी विचारों और कुरीतियों की कहानी पर आधारित भोजपुरी वैब सीरीज 'पकडुआ बियाह' को ओटीटी प्लेटफौर्म चौपाल पर रिलीज क्या किया गया. इस वैब सीरीज में चर्चित अभिनेत्री अनारा गुप्ता अपने नैगेटिव किरदार से दर्शकों में छा गईं. वैब सीरीज में उन्होंने दमदार ऐक्टिंग की है जिस की सराहना दर्शकों सहित फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग भी कर रहे हैं.
अयोध्या में हुए 'चौथे सरस सलिल सिने अवार्ड' में उन के वैब सीरीज पकडुआ वियाह को वैब सीरीज कैटेगरी की कई श्रेणियों में पुरस्कार मिला. उन्हें बैस्ट ऐक्ट्रैस के खिताब से नवाजा गया.
अवार्ड रिसीव करने अयोध्या आईं अनारा से उन के अब तक के फिल्मी कैरियर पर खास बातचीत हुई. पेश हैं बातचीत के खास अंश:
आप की वैब सीरीज 'पकडुआ बियाह' काफी चर्चा में है आखिर इस की कहानी क्या है ?
मेरी वैब सीरीज 'पकडुआ बियाह' की कहानी समाज के उस गंभीर समस्या को दिखाने का एक सार्थक प्रयास है, जिस के तहत कम उम्र और बिना मैच के अनजान लोगों से जबरन शादी कर दी जाती थी. इस में सस्पैंस है, रोमांस है, ऐक्शन है, साथ ही मसाला भी है. मेरी सलाह है कि इसे चौपाल प्लेटफौर्म पर जा कर एक बार जरूर देखें.
'पकडुआ बियाह' में आप का क्या किरदार है ?
मैं पहली बार 'पकडुआ बियाह' के जरीए नैगेटिव किरदार में नजर आई हूं. मेरे इस किरदार का नाम नंदिनी है, जो पूरी फिल्म में नैगेटिव किरदार में नजर आएगी. इस तरह का किरदार मैं ने पहली बार किया है.
क्या आप को नहीं लगता है कि आप के कैरियर का शुरुआती दौर बहुत झंझावातों और आरोपोंप्रत्यारोपों से गुजरा ?
लाइफ में जो चीजें नहीं होनी चाहिए वे सब मेरे साथ हुईं. मुझ पर कई झूठे आरोप लगे. उस दौर में मैं ने बहुत दुख झेला. महीनों तक डिप्रैशन झेला. उस दौर में मुझे अपने परिवार का बहुत ज्यादा साथ मिला. मेरा परिवार मेरे साथ मजबूत दीवार की तरह खड़ा रहा. जब भी मैं उस दौर को याद करती हूं तो काफी दुख होता है. कभीकभी मुझे खुद पर गुस्सा भी आता लेकिन कभीकभी लगता कि मैं बहुत स्ट्रोंग भी हूं.
जब आप ने कोई गलती की ही न हो और मीडिया के उलटेसीधे सवालों के जबाब देने पड़े तो क्या कभी खुद या मीडिया पर गुस्सा आया ?
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