गरमी के मौसम में कई चीजों में बदलाव करना पड़ता है. खानापीना, पहनावा, हेयरस्टाइल से ले कर मेकअप के तरीके तक में भी बदलाव जरूरी हो जाता है, गरमी में सनटैन, पसीना, चिपचिपापन जैसी समस्याएं त्वचा की खूबसूरती बिगाड़ देती हैं. यही वजह है कि गरमी में मेकअप करना किसी चुनौती से कम नहीं होता है. परेशानी तब और बढ़ जाती है जब किसी पार्टी या जरूरी बिजनैस मीटिंग में जाना हो और आप के लिए प्रेजेंटेबल दिखना जरूरी हो. पसीने और चिपचिपाहट के कारण गरमी में मेकअप को देर तक टिकाए रखना काफी मुश्किल काम होता है. इसलिए गरमियों में मेकअप करते समय कौस्मैटिक्स समझदारी से चुनने चाहिए.
क्लींजिंग के लिए औयल फ्री फेसवाश
पसीने की समस्या गरमी में सामान्य है और यह मेकअप के खराब होने का कारण भी बन सकता है. इस परेशानी को कम करने के लिए औयल फ्री फेसवाश काफी मददगार साबित हो सकता है. वैसे आप हफ्ते में 1 या 2 बार पसीने या त्वचा से तेल की समस्या को कंट्रोल करने के लिए घरेलू चीजों जैसे मुलतानी मिट्टी, बेसन, नीम, नीबू, मसूर दाल आदि का उपयोग भी कर सकती हैं.
टोनिंग के लिए गुलाबजल
टोनर त्वचा की गंदगी निकालने और स्किन पोर्स में कसावट लाने का काम करता है. गरमियों में टोनर के तौर पर गुलाबजल का उपयोग कर सकती हैं. गुलाबजल सौफ्टली त्वचा के अत्यधिक तेल को नियंत्रित करता है और साथ ही त्वचा को मौइस्चराइज भी करता है. पसीने की समस्या और त्वचा के रूखेपन की परेशानी दोनों के लिए ही यह उपयोगी होता है.
30 एसपीएफ वाला सनस्क्रीन
सूर्य की हानिकारक पराबैगनी किरणें स्किन में फाइनलाइंस, असमय झुर्रियां, झांइयां, सनटैन व सनबर्न का कारण बन सकती हैं. ऐसे में गरमी के मौसम में अगर धूप में बाहर जाने का काम है तो घर से निकलने से 15-20 मिनट पहले ही सनस्क्रीन लगा लेना चाहिए. सनस्क्रीन लोशन चुनते समय ध्यान दें कि अगर आप की स्किन औयली है तो जैल बेस्ड या ऐक्वा बेस्ड लोशन लेना चाहिए. वहीं अगर आप की स्किन ड्राई है तो मौइस्चराइजर बेस्ड सनस्क्रीन लोशन लें. लेकिन इतना जरूर ध्यान रखें कि यह 30 एसपीएफ से ज्यादा का हो.
वाटरप्रूफ प्राइमर का इस्तेमाल
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