थिएटर से ही सबकुछ मिला श्वेता त्रिपाठी शर्मा
Grihshobha - Hindi|April Second 2023
अपनी पहली ही फिल्म से मशहूर होने वाली श्वेता से जानिए फिल्म और निजी जिंदगी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें...
शांतिस्वरुप त्रिपाठी
थिएटर से ही सबकुछ मिला श्वेता त्रिपाठी शर्मा

सिनेमा के परदे पर निरंतर जमीन से जुड़े और सशक्त नारी की तसवीर पेश करने वाले किरदारों को निभाती आ रही अदाकारा श्वेता त्रिपाठी शर्मा ने महज अपने 8 वर्ष के कैरियर में काफी उपलब्धियां हासिल कर ली हैं. श्वेता एकमात्र वे अदाकारा हैं, जो अपने कैरियर की पहली ही फिल्म 'मसान' से 'कांस इंटरनैशनल फिल्म फैस्टिवल' में दस्तक देने में कामयाब हो गई थीं. जब उन का कैरियर सरपट भाग रहा था, तभी उन्होंने रैपर व म्यूजीशियन चैतन्य शर्मा उर्फ चीता के साथ 2018 में विवाह रचा लिया. तब लोगों ने कहा था कि श्वेता ने अपने कैरियर पर कुल्हाड़ी मारी. मगर उन का कैरियर निरंतर उंचाइयों की ओर जा रहा है.

श्वेता को वैब सीरीज 'मिर्जापुर' में गोलू के किरदार से जबरदस्त शोहरत मिली. इस में उन का गोलू का किरदार कालेज चुनाव जीतने से ले कर आत्म सुख व यौन सुख के लिए मास्टरबेशन करते नजर आता है.

के प्रस्तुत हैं श्वेता त्रिपाठी शर्मा से हुई बातचीत कुछ खास अंश:

आप को अभिनय का चसका कैसे लगा? 

अभिनय का चसका जब किसी इंसान को लग जाता है, तो जब तक वह उसे पूरा नहीं करता, तब तक वह इंसान को तंग करता रहता है. मुझे अभिनय का शौक बचपन से रहा है. मैं केजी से स्टेज पर रही हूं. बचपन में स्टेज पर अलगअलग किरदार करने में जो मजा आता था, उतना ही मजा मुझे अभी भी आता है.

मगर आप को यह अभिनय का चसका लगा कहां से? 

मुझे टीवी देखने का शौक रहा है और टीवी पर जो विज्ञापन आते थे वे मुझे बहुत फैशिनेट करते थे. कई एड देख कर मुझे लगता था कि मुझे भी उस में होना है. जब बड़ी हुई और नाटक देखने शुरू किए, तो उस वक्त भी 'पृथ्वी थिएटर फैस्टिवल' हुआ करते थे. तब तक मुझे नहीं पता था कि पृथ्वी थिएटर क्या है, किस ने कब शुरू किया. लेकिन मेरे मम्मीपापा ने कल्चर और कल्चर से जुड़ी चीजों को बहुत महत्त्व दिया. सभी जानते हैं कि मेरे पापा आईएएस ऑफिसर रहे हैं और मां अवकाशप्राप्त शिक्षक हैं.

This story is from the April Second 2023 edition of Grihshobha - Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

This story is from the April Second 2023 edition of Grihshobha - Hindi.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

MORE STORIES FROM GRIHSHOBHA - HINDIView All
स्ट्रैंथ ट्रेनिंग क्यों जरूरी
Grihshobha - Hindi

स्ट्रैंथ ट्रेनिंग क्यों जरूरी

इस ढकोसलेबाजी को क्यों बंद किया जाए कि जिम जाना या वजन उठाना महिलाओं का काम नहीं.....

time-read
5 mins  |
November Second 2024
लड़कियों को लुभा रहा फोटोग्राफी कैरियर
Grihshobha - Hindi

लड़कियों को लुभा रहा फोटोग्राफी कैरियर

फोटोग्राफी के क्षेत्र में पहले केवल पुरुषों का अधिकार था, लेकिन अब इस क्षेत्र में लड़कियां भी बाजी मारने लगी हैं....

time-read
5 mins  |
November Second 2024
समय की मांग है डिजिटल डिटौक्स
Grihshobha - Hindi

समय की मांग है डिजिटल डिटौक्स

शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और खुशहाल रहने के लिए बौडी डिटोक्स के साथ डिजिटल डिटौक्स भी जरूरी है....

time-read
2 mins  |
November Second 2024
पीरियडस क्या खाएं क्यो नहीं
Grihshobha - Hindi

पीरियडस क्या खाएं क्यो नहीं

मासिकधर्म के दौरान क्या खाना सही रहता है और क्या गलत, यहां जानिए...

time-read
3 mins  |
November Second 2024
पतिपत्नी रिश्ते में जरूरी है स्पेस
Grihshobha - Hindi

पतिपत्नी रिश्ते में जरूरी है स्पेस

जरूरत से ज्यादा रोकटोक रिश्ते की मजबूती को बिगाड़ सकती है. ऐसे में क्या करें कि ताउम्र खुशहाल रहें....

time-read
5 mins  |
November Second 2024
औफिस के पहले दिन ऐसे करें तैयारी
Grihshobha - Hindi

औफिस के पहले दिन ऐसे करें तैयारी

औफिस में पहला दिन है, जानें कुछ जरूरी बातें....

time-read
3 mins  |
November Second 2024
क्या है अटेंशन डेफिसिट हाइपर ऐक्टिविटी डिसऑर्डर
Grihshobha - Hindi

क्या है अटेंशन डेफिसिट हाइपर ऐक्टिविटी डिसऑर्डर

क्या आप का बच्चा जिद्दी है, बातबात पर तोड़फोड़ करता है और खुद को नुकसान पहुंचा लेता है, तो जानिए वजह और निदान....

time-read
4 mins  |
November Second 2024
जब मन हो मंचिंग का
Grihshobha - Hindi

जब मन हो मंचिंग का

फ़ूड रेसिपीज

time-read
4 mins  |
November Second 2024
सेल सस्ती शौपिंग न पड़ जाए महंगी
Grihshobha - Hindi

सेल सस्ती शौपिंग न पड़ जाए महंगी

अगर आप भी सस्ते के चक्कर में खरीदारी करने का शौक रखते हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है....

time-read
3 mins  |
November Second 2024
डाइट के लिए बैस्ट है पिस्ता
Grihshobha - Hindi

डाइट के लिए बैस्ट है पिस्ता

पिस्ता सिर्फ एक गार्निश नहीं, एक न्यूट्रिशन पावरहाउस है....

time-read
2 mins  |
November Second 2024