प्रिया पिछले दिनों अपने पति विराट से लड़ कर मायके आ गई थी. उन का झगड़ा मामूली सी बात पर हुआ था. उस दिन विराट औफिस से थोड़ा परेशान सा घर लौटा था और चाहता था कि प्रिया उस के पास बैठे, जबकि प्रिया अपनी सहेली से बातें करने में व्यस्त थी. इस बीच उस ने जो सब्जी बनाई वह भी थोड़ी सी नीचे से लग गई. ऐसे में विराट खाना खाए बिना उठ गया और उस ने प्रिया को बात भी सुना दी.
इसी बात पर दोनों के बीच बहस हुई जो बढ़ती गई. अंत में रोते हुए प्रिया ने अपना सामान बांधा और मां के पास आ गई. विराट ने भी उसे रोकने की कोशिश नहीं की. इस बात को 4-5 दिन हो चुके थे. दोनों में से किसी ने भी एकदूसरे से बात करने या मनाने की पहल नहीं की.
इस समय प्रिया थी तो मां के घर मगर उस का दिल विराट के पास ही था. कोई भी बात होती तो उसे विराट की याद आ जाती. बहन उसे चाय दे कर जाती तो प्रिया को याद आने लगता कि कैसे विराट ने हाल ही में उस से चाय बनाना सीखा था और कैसे बड़े प्यार से संडे शाम की चाय वही बना कर लाता था.
कहीं कोई गाना बजता तो प्रिया को विराट की याद आती कि कैसे विराट उस का फैवरिट गाना गा कर सुनाता था. वह किसी बात पर हंसती तो भी उसे विराट की हंसी याद आ जाती. मां उसे प्यार करती और उस के बालों में प्यार से हाथ फिराती तो उसे विराट का अपने बालों में हाथ फिराना याद आ जाता. इन मीठीमीठी यादों ने उसे परेशान कर रखा था और ये यादें ही उसे विराट की तरफ खींच रही थीं. मगर आत्मसम्मान का सोच कर वह बिना बुलाए जाना नहीं चाहती थी.
उस दिन प्रिया का जन्मदिन था और उसे सुबहसुबह विराट की याद आने लगी. उस के बर्थडे को ले कर वह बहुत ऐक्साइटेड रहता था. पिछले साल का बर्थडे याद कर उसे रोना आ रहा था. तभी फोन की घंटी बजी. विराट का फोन था.
विराट भीगी आवाज में बोला, “जन्मदिन मुबारक हो. तुम्हारी बहुत याद आ रही है."
प्रिया भी रुंधे गले से बोली, "फिर लेने क्यों नहीं आते?"
"आज ही आ रहा हूं. घर में तुम्हारे बर्थडे की सारी तैयारी कर रखी है. तैयार रहना," विराट की आवाज में खुशी थी.
प्रिया का चेहरा भी खुशी से खिल उठा. पुरानी खूबसूरत यादों ने उन दोनों के बीच आई दूरी को बड़े प्यार से मिटा दिया.
This story is from the November Second 2023 edition of Grihshobha - Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Sign In
This story is from the November Second 2023 edition of Grihshobha - Hindi.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Sign In
स्ट्रैंथ ट्रेनिंग क्यों जरूरी
इस ढकोसलेबाजी को क्यों बंद किया जाए कि जिम जाना या वजन उठाना महिलाओं का काम नहीं.....
लड़कियों को लुभा रहा फोटोग्राफी कैरियर
फोटोग्राफी के क्षेत्र में पहले केवल पुरुषों का अधिकार था, लेकिन अब इस क्षेत्र में लड़कियां भी बाजी मारने लगी हैं....
समय की मांग है डिजिटल डिटौक्स
शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और खुशहाल रहने के लिए बौडी डिटोक्स के साथ डिजिटल डिटौक्स भी जरूरी है....
पीरियडस क्या खाएं क्यो नहीं
मासिकधर्म के दौरान क्या खाना सही रहता है और क्या गलत, यहां जानिए...
पतिपत्नी रिश्ते में जरूरी है स्पेस
जरूरत से ज्यादा रोकटोक रिश्ते की मजबूती को बिगाड़ सकती है. ऐसे में क्या करें कि ताउम्र खुशहाल रहें....
औफिस के पहले दिन ऐसे करें तैयारी
औफिस में पहला दिन है, जानें कुछ जरूरी बातें....
क्या है अटेंशन डेफिसिट हाइपर ऐक्टिविटी डिसऑर्डर
क्या आप का बच्चा जिद्दी है, बातबात पर तोड़फोड़ करता है और खुद को नुकसान पहुंचा लेता है, तो जानिए वजह और निदान....
जब मन हो मंचिंग का
फ़ूड रेसिपीज
सेल सस्ती शौपिंग न पड़ जाए महंगी
अगर आप भी सस्ते के चक्कर में खरीदारी करने का शौक रखते हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है....
डाइट के लिए बैस्ट है पिस्ता
पिस्ता सिर्फ एक गार्निश नहीं, एक न्यूट्रिशन पावरहाउस है....