CATEGORIES
Categories
अविवाहित लड़कियों पर प्रश्नचिह्न क्यों
लड़की 18 वर्ष की हुई नहीं कि घरपरिवार में लड़की की शादी करवा देना सिर से बोझ उतरने जैसा बन जाता है. कुछ लड़कियां कई वजहों से देर तक शादी नहीं करती तो उन पर चहुंओर से छींटाकशी शुरू हो जाती है. सवाल यह है कि अविवाहित लड़कियों पर समाज इतना प्रश्नचिह्न क्यों लगाता है?
सोशल मीडिया बनता ब्लैकमेलिंग का अड्डा
सावधान, इन दिनों सोशल मीडिया ब्लैकमेलिंग का अड्डा बनता जा रहा है. पहले दोस्ती, फिर सैक्स्टिग और अंत में ब्लैकमेलिंग के जरिए लाखों रुपए ऐंठे जा रहे हैं. ऐसा शातिर गिरोह द्वारा योजनापूर्ण तरीके से किया जा रहा है. आप भी इस की गिरफ्त में तो नहीं?
नथ उतराई बुरी प्रथा
सपने देखना अच्छी बात है पर उन सपनों को पूरा करने की हिम्मत हर कोई नहीं कर पाता. अभिनेत्री वैभवी कपूर उन कलाकारों में से हैं जो अपने सपने जीती हैं. इन दिनों वे कुप्रथा पर चोट करते शो 'नथ : जेवर या जंजीर' में नजर आ रही हैं
मोटी लड़कियां खूबसूरती में अव्वल
जमाना भले ही छरहरी और स्लिम फिगर वाली लड़कियों का क्यों न हो, पर भरेपूरे शरीर वाली मोटी लड़कियां भी कम आकर्षक नहीं होती. सही स्टाइल और तौरतरीके से मोटी लड़कियां भी सब की पसंद बन जाती हैं.
परमानेंट दोस्त हैं जरूरी
आज के समय में युवाओं को परमानेंट दोस्तों की कमी खलने लगी है, ऐसे खास दोस्त जिन से सुखदुख शेयर किया जा सके. ऐसे में युवा अपनी समस्याओं और दुखों को अपने भीतर ही दबा कर रख रहे हैं.
दोस्ती की परिभाषा
अपने जिगरी दोस्त अमन की शहादत की खबर सुन विशाल भीतर से हिल गया. आखिर यह नहीं होना चाहिए था. रश्मि और मांजी पर न जाने क्या बीत रही होगी. वह तुरंत अमन के घर गया और फिर...
प्यार करें पागलपन नहीं
प्रेमियों का प्रेम एकदूजे के साथ ही परवान चढ़ सकता है, न कि खुदकुशी कर के. जो लोग प्रेम में खुदकुशी करते हैं वे दरअसल कायर होते हैं, उन्हें अपने प्रेम को सही अंजाम देना नहीं आता.
प्यार में जातिधर्म की दीवार का नहीं काम
प्यार दो दिलों का मेल है. जब किसी को किसी से प्यार होता है तो वह उस की जातिधर्म से परे होता है. लेकिन जब प्यार को परवान चढ़ाने की बात आती है तो जातिधर्म की दीवार आड़े आ जाती है. ऐसे में कई प्रेमी युगलों को अपने प्यार को दफन करना पड़ता है. क्या इस नफरत की दीवार को तोड़ा नहीं जा सकता?
कम उम्र में बढ़ती हार्ट की बीमारी
आज हृदयरोग का खतरा भारत के लिए चैलेंज बना हुआ है. पहले यह रोग पुरुषों में अधिक देखा जा रहा था लेकिन हालिया एनसीआरबी की रिपोर्ट महिलाओं के लिए भी घातक साबित हुई है जो अधिक चिंताजनक बात है.
जब आप कौलिंग से ज्यादा चैटिंग करने लगे
सोशल मीडिया और चैटिंग एप्लिकेशंस के उभार से लोगों के आपसी कम्युनिकेशन में काफी बदलाव आए हैं. चैटिंग चलाऊ तो है लेकिन कौलिंग के मुकाबले इस में समस्याएं सामने आने लगी हैं.
377
जैसे ही वासु के पिता को पता चला कि वह गे है तो उसे घर से निकाल दिया और संपत्ति से भी बेदखल कर दिया. वासु और शार्लिन वकील अमरकांत से मिले. क्या वासु को अपने दादू की संपत्ति मिल सकी? आखिर 377 मामला है क्या?
होस्टल वाली दीवाली
जो लोग होस्टल में रहे हैं उन्हें पता है कि वे उन की जिंदगी के कभी न भूलने वाले पल हैं. होस्टल की जिंदगी मजेदार भी होती है और परेशानियों से भरी भी. बावजूद इस के, होस्टल में रह कर त्योहारों के समय जो खुशियां मिलती हैं, जो आजादी और मस्ती मिलती है, वह कहीं और नहीं मिलती.
श्रेयस तलपड़े की निर्देशन में दूसरी पारी
छोटे परदे पर अभिनय कर शोहरत हासिल करने के बाद 2015 में सुभाष घई निर्मित और नागेश कुकनूर निर्देशित फिल्म 'इकबाल' से अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत करते हुए पहली फिल्म में ही सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार जीत कर रातोंरात स्टार बन जाने वाले अभिनेता श्रेयश तलपड़े पिछले 16 वर्षों में कई बार अपनी अभिनय प्रतिभा का लोहा मनवाते आए हैं. अब तक वे हिंदी के अलावा मराठी भाषा की 45 फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं. श्रेयश तलपड़े ने गंभीर किरदारों के साथ हास्य किरदार निभाते हुए भी काफी शोहरत हासिल की.
बौयफ्रेंड के साथ दीवाली
दीवाली में आमतौर पर सब से बड़ी दिक्कत यह सामने आती है कि करीबियों के संग इस त्योहार को कैसे मनाएं. बहुत बार गलत ग्रीट करने के चलते शर्मिंदगी का सामना करना पड़ जाता है.
अपनों के साथ मनाएं दीवाली
आप त्योहार अपनों के साथ मिल कर मनाने में ही आनंद मिलता है, फिर चाहे आप कितने भी दूर क्यों न रह रहे हों. अपने करीबियों से त्योहार में मिलते हैं तो वे मीठे पुराने पल फिर से याद आते हैं जिन्हें आप ने कभी साथ में जिया था.
जुए में न करें जेब खाली
कहते हैं जुए की लत में जर, जोरू और जमीन, सब दांव पर लग जाते हैं. महाभारत से ले कर आज के भारत में जुए की गंदी लत ने न जाने कितने घरों को बरबाद किया है, कितने घरों में अशांति फैलाई है. क्या आप भी इस की लत में सबकुछ खोने को तैयार हैं?
सोचसमझ कर करें प्यार
प्यार करना गलत नहीं, लेकिन इस में समझदारी होनी बेहद जरूरी है. बहुत बार जोश में युवा ऐसे कदम उठाते हैं जिस के चलते पूरी जिंदगी उन्हें पछताना पड़ जाता है. ऐसे में जरूरी है कि प्यार जैसे गंभीर विषय पर सोचसमझ कर फैसला लिया जाए.
गिफ्ट वही जो हो सही
इस दीवाली को बीती दीवाली से अलग मनाएं, अपने करीबियों को रूटीन गिफ्ट्स देने के बजाय ऐसे यूनीक गिफ्ट्स दें कि उन का दिल खुशी से झूम उठे.
अनुष्का श्रीवास्तव पहली बार नैगेटिव किरदार में
वीडियो शेयरिंग प्लेटफर्म टिकटौक पर जानापहचाना चेहरा रहीं अनुष्का श्रीवास्तव बौलीवुड की चर्चित अदाकारा हैं. मुंबई में ही जन्मी व पलीबढ़ी अनुष्का श्रीवास्तव ने 2008 में फिल्म 'सिर्फ' में अभिनय कर बौलीवुड में कदम रखा था पर इस से उन की कोई पहचान न बनी. उस के बाद उन्होंने कई मशहूर प्रोडक्टों के लिए मौडलिंग की.
प्यार जताने से बढ़ती है रिश्तों की महक
प्यार ऐसी चीज है जिसे जताना जरूरी है, अन्यथा उस की अहमियत समझ नहीं आती. पतिपत्नी हों या प्रेमीप्रेमिका, उन्हें अपने प्यार का इजहार करना चाहिए और खुल कर अपने दिल की बात बता देनी चाहिए.
टोक्यो ओलिंपिक खेल को अर्श और फर्श पर ले जाने वाले 2 खिलाड़ी
टोक्यो ओलिंपिक में इस बार कई किस्से ऐसे रहे जिन्हें कई वर्षों तक याद रखा जाएगा. उन में से दो किस्से ऐसे रहे जिन्होंने खिलाड़ी को अर्श और फर्श पर पहुंचाया है.
नए कपड़े पहनते समय रखें ध्यान
नए कपड़े खरीदना व पहनना सामान्य बात है पर जब बात कोरोनाकाल की हो तो खरीदे हुए कपड़े पहनने में सावधानी बरतने की बेहद जरूरत है, वरना अनचाही दिक्कत खड़ी हो सकती है.
फ्लर्टिंग करिए, खुश रहिए
फ्लर्टिंग बातचीत करने की एक कला है, जिस के लिए अच्छे सैंस औफ ह्यूमर की जरूरत होती है. यह मन को खुश रहना सिखाता है. इसे सैक्सुअल हैरासमैंट से दूर रखे जाने की जरूरत है.
Style OF THE MONTH
सुहाना खान की मदमस्त अदा
औनलाइन गेम्स का भयावह जंजाल
कोरोनाकाल में सबकुछ औनलाइन होने से बच्चों में औनलाइन गेम खेलने की लत भी बढ़ गई है, इस कारण कई तरह की दिक्कतें सामने आने लगी हैं. ऐसे में मातापिता को खासा आगाह होने की जरूरत है.
इंजीनियर बन कर भी हैं युवा बेरोजगार
सरकार की गलत नीतियों के चलते देश में इंजीनियरिंग की पढ़ाई किए लाखों छात्र बेरोजगार हैं. उन्हें नौकरी मिली भी तो आधेपौने वेतन पर. इंजीनियरिंग सैक्टर का यह हश्र और घटती युवाओं की दिलचस्पी कहीं देश के लिए घातक न साबित हो.
“मुझे बोल्ड सीन करने से परहेज नहीं" वामिका गब्बी
शोहरत रातोंरात नहीं मिलती, इस के लिए तपना पड़ता है, अलग राह बनानी पड़ती है. 'ग्रहण' सीरीज देखने के बाद जिस भूरी आंख वाली खूबसूरत मनु यानी वामिका गब्बी की ऐक्टिग पर सब की नजर टिकी, वह यों ही यहां तक नहीं पहुंची.
कैसे हो कालेज में पर्सनैलिटी डेवलपमैंट
कहते हैं सीखने की कोई उम्र नहीं होती, लेकिन पढ़ाईलिखाई करते हुए जो सीख लिया वही भविष्य की बुनियाद बनता है. ऐसे में पर्सनैलिटी डेवलपमैंट के लिए सब से उपयुक्त उम्र यही होती है.
गूगल प्लेस्टोर टिप्स एंड ट्रिक्स
बिना ऐप इंस्टौल किए ऐप को चेक करना, प्लेस्टोर पर रुपए वेस्ट करने से बचना जैसे हैक्स आप को प्लेस्टोर में मिल जाएंगे. यहां यह जानिए कि उन्हें कैसे पता करें?
दिल की बात जबां पर लाएं लड़किया
प्यार तो प्यार है, चाहे लड़के की तरफ से पहले हो या लड़की की तरफ से.बस, जरूरी यह है कि अगर प्यार है तो कहने में विलंब नहीं करना चाहिए, वरना पछताना पड़ सकता है.