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दीवाली की मिठास
स्वादिष्ट दिवाली मिठाई व्यंजनों
कैसे करें सही डाक्टर का चुनाव
अगर आप ने समझदारी से डाक्टर का चुनाव किया है, तो महंगी फीस और महंगी दवाओं के बावजूद भी आप को पछताना नहीं पड़ेगा...
दीवाली पर बच्चों को दें खास तोहफे
इस दीवाली बच्चों को क्या उपहार दें कि उन के साथ पूरी फैमिली के लिए भी यह एक यादगार तोहफा बन जाए...
कौल सैंटर विवाहित महिलाओं का बढ़ता दबदबा
कौल सेंटर में कैरियर जो अब तक युवाओं के लिए सीमित था, गृहिणियों के लिए भी बैस्ट औप्शन बन गया है. इस बदलाव की वजह क्या है, एक बार जानिए जरूर...
14 बैस्ट दीवाली गिफ्ट्स
इन गिफ्ट्स के जरीए आप त्योहारों को किस तरह खास बना सकते हैं, यह हम आप को बताते हैं...
फैस्टिवल में ऐसे रखें वजन कंट्रोल
त्योहारों पर जम कर मिठाइयां और पकवान खाने के बावजूद आप किस तरह मोटापे को कंट्रोल में रख सकते हैं, जरूर जानिए...
7 टिप्स लाएं चेहरे पर ग्लो
इस त्योहार निखरी और बेदाग त्वचा पाना चाहती हैं, तो जरा इन टिप्स पर गौर फरमाएं...
क्यों न एक प्यार का दीप जलाए
सारे गिलेशिकवे मिटा कर इस दीवाली को यादगार बनाएं. अपने रिश्तों में विश्वास बढ़ाने के लिए प्यार का एक दीप जलाएं...
ताकि न टूटे बसीबसाई गृहस्थी
पतिपत्नी में प्यार होने के बावजूद भी बसीबसाई गृहस्थी किस तरह टूट कर बिखर जाती है, जरूर जानिए...
"मैं सिंगिंग मिस नहीं करती." - नेहा सरगम
टीवी धारावाहिक 'चांद छुपा बादल' से फेमस हुई नेहा अब एक नए किरदार में नजर आ रही हैं. जानिए, उन से जुड़ीं कुछ दिलचस्प बातें खुद उन्हीं से...
धर्म फूट डालो राज करो
काल्पनिक ईश्वर का भय दिखा कर धर्म के ठेकेदार किस तरह समाज को बांट कर अपना उल्लू सीधा करते हैं, जान कर हैरान रह जाएंगे आप...
सिजोफ्रेनिया दबे पांव देता है दस्तक
यह बीमारी ठीक फोबिया की तरह ही है जिस में रोगी को हर चीज से खतरा महसूस होता है, बातबात पर शक करता है. समय रहते इस का इलाज जरूरी है...
सोशल मीडिया ब्लैकमेलिंग का अड्डा
अपनेआप को पुरुषप्रधान समाज के शोषण से बचा कर कामयाब इंसान कहलाना चाहती हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है...
निराले उत्सवी स्वाद
स्वादिष्ट स्नैक्स रेसिपी
7 पार्ट टाइम बिजनैस आइडियाज
जानिए ऐसे पार्ट टाइम बिजनैस आइडियाज को, जिन्हें आप बेहद कम लागत और कम जोखिम में नौकरी के साथ भी आराम से कर सकते हैं ...
6 होम ऐप्लायंसिस आसान बनाएं काम
अपनी व्यस्त दिनचर्या को आसान बनाने व खुद के लिए वक्त निकालना चाहती हैं, तो इस त्योहार ये होम ऐप्लायंसिस घर ले आएं....
5 टिप्स रखें फैस्टिव में फिट
कुछ आसान से टिप्स अपना कर आप भी इस त्योहार मस्ती के साथ अपनी फिटनैस का खयाल रख सकते हैं...
के संग छोटीछोटी खुशियों से रिश्तों को करें रोशन
अपनों के साथ बिताए छोटेछोटे पल ऐसी झिलमिलाती खुशियां दे जाते हैं जिन की ताजगी उम्र भर बनी रहती है...
मैं कंट्रोवर्सी में ही पलीबढ़ी हूं स्वरा भास्कर
अपने बयानों से अकसर सुर्ख़ियों में रहने वाली स्वरा अपनी नई फिल्म 'जहां चार यार' से एक बार फिर चर्चा में हैं. जानिए, उन से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें खुद उन्हीं से...
किटटी पार्टी समय और पैसे की बरबादी
आज के समय में किट्टी पार्टी का काफी ट्रैंड चल पड़ा है. मगर क्या आप को पता है कि इस पार्टी से आप को कितना नुकसान हो सकता है...
मेरा घर कहां
लड़की की शादी हो जाने पर किसी वजह से दोनों में से किसी एक को घर छोड़ना पड़े तो लड़की के रहने की जगह न तो मायके में होती है और न ही ससुराल में. आखिर क्यों...
सर्जरी से सुंदरता फायदा या नुकसान
खूबसूरती की चाह में अगर आप भी सर्जरी से सुंदरता बढ़ाना चाहती हैं, तो इस से पहले ऐक्सपर्ट की राय भी जरूर जान लीजिए...
चटपटी रैसिपीज
फ़ूड रेसिपी
कैसे रखें खुद का खयाल
लगातार काम और दायित्व को पूरा करते हुए सेहत के प्रति लापरवाही बरतना कितना नुकसानदायक साबित हो सकता है, एक बार जानिए जरूर...
गर्भाशय फाइब्रौयड समय पर कराएं इलाज
गर्भाशय फाइब्रौयड कैसे बांझपन का कारण बन सकता है, जानिए जरूर...
मौड्यूलर किचन के 7 टिप्स
घर में मौड्यूलर किचन बनवाने की सोच रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें...
कैसे सजाएं सपनों के आशियाने को
त्योहारी सीजन में अपने घर के इंटीरियर को आकर्षक बनाने के ये टिप्स बड़े काम के साबित होंगे...
प्रोडक्टिविटी में पिछड़ क्यों गई आधी आबादी
उच्च शिक्षा पाने में भारतीय महिलाओं ने पुरुषों को काफी पीछे छोड़ दिया है, बावजूद ऐसा क्यों है कि जीडीपी ग्रोथ में महिलाओं का योगदान लगभग न के बराबर है...
महिलाओं का आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना जरूरी स्मिता मिश्रा
उत्तर प्रदेश के एक छोटे से जिले देवरिया की रहने वाली स्मिता मिश्रा के पिता पेशे से टीचर थे. वे चाहते थे कि उनकी बेटी पढ़लिख कर आगे बढ़े. स्मिता बचपन से ही बेहद समझदार थीं. उन्हें बचपन से ही जरूरतमंद और बेसहारा लोगों की सहायता करना अच्छा लगता था. बचपन में जो भी पैसे मिलते थे उन्हें गुल्लक में रखती थीं और दीपावली के त्योहार में इकट्ठा किए गए पैसों को गरीब बच्चों में बांट देती थीं.
बांझपन इलाज है न
बांझपन एक मैडिकल समस्या है और इस के समाधान के लिए झाड़फूंक नहीं, चिकित्सीय समाधान की जरूरत पड़ती है...