CATEGORIES
Categories
विरासत बन गई कोलकाता की ट्राम
दुनिया की सबसे पुरानी सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में एक कोलकाता की ट्राम अब केवल सैलानियों के लिए चला करेगी
पाकिस्तानी गर्दिश
कभी क्रिकेट की बड़ी ताकत के चर्चित टीम की दुर्दशा से वहां खेल के वजूद पर ही संकट
नशे का नया ठिकाना
कीटनाशक के नाम पर नशीली दवा बनाने वाले कारखाने का भंडाफोड़
'करता कोई और है, नाम किसी और का लगता है'
मुंबई पर 2011 में हुए हमले के बाद पकड़े गए अजमल कसाब के खिलाफ सरकारी वकील रहे उज्ज्वल निकम 1993 के मुंबई बम धमाकों, गुलशन कुमार हत्याकांड और प्रमोद महाजन की हत्या जैसे हाइ-प्रोफाइल मामलों से जुड़े रहे हैं। कसाब के केस में बिरयानी पर दिए अपने एक विवादास्पद बयान से वे राष्ट्रीय सुर्खियों में आए थे। उन्होंने 2024 में भाजपा के टिकट पर उत्तर-मध्य मुंबई से लोकसभा चुनाव लड़ा और हार गए। लॉरेंस बिश्नोई के उदय और मुंबई के अंडरवर्ल्ड पर आउटलुक के लिए राजीव नयन चतुर्वेदी ने उनसे बातचीत की। संपादित अंश:
मायानगरी की सियासत में जरायम के नए चेहरे
मायापुरी में अपराध भी फिल्मी अंदाज में होते हैं, बस एक हत्या, और बी दशकों की कई जुर्म कथाओं पर चर्चा का बाजार गरम
एल कंपनी
अपराध की दुनिया में लंबे समय बाद एक ऐसा नाम उभरा है जिसका असर देश की सीमाओं के पार राजनयिक संबंधों पर पड़ रहा है, सच और झूठ से इतर, गुजरात की जेल में बंद लॉरेंस का अपराध-पुराण
फलस्तीन पर अरब की सरकारें उदासीन क्यों
फलस्तीन के मसले पर अरब देशों के शासकों और उसकी जनता का नजरिया एक-दूसरे के खिलाफ क्यों है?
पीके का निशाना
जन सुराज पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने जा रहे प्रशांत किशोर क्या वोट कटवा साबित होंगे?
संकल्प या सौदा?
जम्मू और कश्मीर की सरकार ने राज्य के दरजे की बहाली पर संकल्प पारित करके केंद्र के साथ संबंधों पर भविष्य का रुख साफ कर दिया
मंत्री बना सब साधे
अप्रत्याशित जीत और कांग्रेस के कथित 'छत्तीस बिरादरी' के हांके से सबक लेकर भाजपा ने मंत्रिमंडल में संतुलन साधने की कवायद
अपराध के नए रंग
आदतन अपराधी, जिसने अपने खिलाफ हुई कार्रवाई का बदला नृशंस ढंग से लिया
कौन होगा कट्टावर आदिवासी
भाजपा के पाले में चार आदिवासी पूर्व मुख्यमंत्रियों की अग्निपरीक्षा, तो इंडिया ब्लॉक की हेमंत सोरेन की अगुआई में चुनौती कड़ी
महा उलझन
मराठा आंदोलन, कृषि संकट और दलितों में रोष से निपटने में शिंदे का खजाना कितना कारगर?
शहरनामा गंगा सागर
अंतहीन सागर की कालातीत कहानी
परदे का पुराना प्यार
पुरानी फिल्में सिनेमाघरों में दोबारा दस्तक दे रहीं, नई फिल्मों की नाकामी, व्यावसायिक मुनाफा और पुराने के प्रति दीवानगी ट्रेंड को बढ़ा रही
गरीबों के नायक की सुध
तीन बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता मिठुन चक्रवर्ती को दादा साहब फाल्के सम्मान
'जब तक रहूं, नृत्य के साथ रहूं'
करीब छह दशकों से नृत्य कर रहीं शोभना नारायण अभी थकी नहीं हैं। 75 वर्ष की उम्र में भी उनमें उत्साह और जोश-खरोश भरपूर है । बिरजू महाराज की शिष्या शोभना नृत्यांगना ही नहीं, वरिष्ठ नौकरशाह और लेखिका भी हैं। बिहार के एक स्वतंत्रता सेनानी परिवार में जन्मी शोभना को संस्कृति और कला से लगाव तथा राष्ट्रीय जीवन-मूल्य विरासत में मिले हैं। वे ऐसे परिवार से हैं जहां दिनकर, धर्मवीर भारती, रमानाथ अवस्थी जैसे साहित्यकारों की मंडली घर पर जमती थी। मां ललिता नारायण लोकसभा का चुनाव पटना से लड़ी थीं। उनका जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी से निजी परिचय था। शोभना नारायण के 75वें जन्मदिन पर पिछले दिनों उनके शिष्यों ने नृत्यसमारोह का आयोजन किया। इस मौके पर उनसे विमल कुमार ने खास बातचीत की। संपादित अंशः
वापस पंत नायक
चोटिल खिलाड़ी के लिए फिर मैदान पर शानदार प्रदर्शन करना सबसे बड़ी चुनौती होती है, पंत इस करिश्मे में सफल रहे
पन्ना की तमन्ना हीरा मिल जाए
पन्ना में छोटे-छोटे भूखंडों में मिल रहा हीरे का एक टुकड़ा बदल रहा गरीब आदिवासी किसानों की जिंदगी
अबूझमाड़ में मुठभेड़
यह पहला मौका है जब पुलिसिया दावे के मुताबिक एक ऑपरेशन में इतनी बड़ी संख्या में माओवादी मारे गए
कुर्सी कलाबाजी की मिसाल
पंजाब से टूट कर अलग राज्य बनने के वक्त से ही हरियाणा में कुर्सी के लिए आया गया की दलबदलू राजनीति चल रही
चंपाई महत्वाकांक्षा
कुर्सी जाने पर पाला बदलने और अपने लोगों के खिलाफ खड़े होने का आदिवासी प्रसंग
कुर्सी महा ठगिनी हम जानी
आर्थिक उदारीकरण के पिछले तीन दशक के दौरान भारतीय राजनीति का चरित्र कुछ ऐसा बदला है। कि धन, सार्वजनिक आचरण से लेकर नेताओं का चरित्र तक सब कुछ महज कुर्सी के इर्द-गिर्द सिमट गया है और दलों का फर्क मिट गया है
इतिहास की रोशनी में वक्फ संशोधन बिल
मौजूदा संशोधन विधेयक का विरोध जरूरी है, लेकिन वक्फ को बचाने की लड़ाई को इतिहास की रोशनी में समझना जरूरी है ताकि उसकी मौजूदा माली हालत के असली दोषियों की पहचान की जा सके
मिलाजुल जनादेश
कश्मीर घाटी में एनसी कांग्रेस को एकतरफा जीत, भाजपा का जम्मू में बेहतर प्रदर्शन, लेकिन उमर अब्दुल्ला की सरकार के सामने कई मुश्किलें
'नायाब' कामयाबी
चौंकाने वाले चुनाव नतीजे ने इतिहास में पहली बार बनाई किसी दल की लगातार तीसरी सरकार
नसरुल्ला के बाद क्या?
कथित प्रतिरोध संगठनों के हाथ लगातार लग रही नाकामी संभव है कि पश्चिमी एशिया में एक बार फिर से शिया-सुन्नी टकरावों के चलते गृहयुद्ध जैसी कोई स्थिति पैदा कर दे
हिज्बुल्ला अभी जिंदा है
सवाल यह है कि अब नेतन्याहू क्या करेंगे? इजरायल की क्या योजना है? और क्या ईरान इस जंग में कूदेगा?
शहरनामा - सारण
सारण बिहार का एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल है।
आदर्श इंदिरा की तलाश
भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री के प्रति बॉलीवुड की दीवानगी के बावजूद हिंदी फिल्म को उनके सशक्त चरित्र का इंतजार