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पहचान और जमीन की खातिर पदयात्रा
ओडिशा में आदिवासी मार्च
जेंडर चुनने की आजादी में सरकारी मदद
राजस्थान के जालौर जिले के रानीवाड़ा कस्बे की किन्नर गंगा कुमारी ने सात साल पहले जो सपना देखा था, वह अब साकार होने को है.
बहुत कठिन है डगर दिल्ली की
आजकल हर कोई यात्रा पर है, तो तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) भला क्यों पीछे रहें. उन्होंने दशहरे पर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) करते हुए अपनी राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को स्पष्ट कर दिया था. अब वे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, हरियाणा और अन्य राज्यों को कवर करते हुए दिल्ली तक की सड़क यात्रा की योजना बना रहे हैं. साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक विकल्प तैयार करने की उनकी महत्वाकांक्षी योजना के लिए सबसे बड़ी चुनौती 'साथी यात्रियों की तलाश है.
कितने बागी थे, ठाकुर!
हिमाचल विधानसभा चुनाव
आखिरकार ऋषि राज- चुनौतियां और खतरे
अपने बीच के एक शख्स के ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने से भारत में जश्न का माहौल, लेकिन ऋषि सुनक के सामने उस देश की गर्त में पहुंच चुकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना पहली और पहाड़-सी चुनौती
ऐसी दीवानगी देखी नहीं कहीं
भारत की तरफ से ऑस्कर अवार्ड के लिए भेजी गई पैन नलिन की छेलो शो फिल्मों के प्रति खुद इस फिल्मकार की और बड़े कैनवस पर देखें तो पूरे देश की दीवानगी का सबूत पेश करती है
नायक तो फिल्म की महिलाएं हैं
डॉक्टर जी की डायरेक्टर अनुभूति कश्यप इस फिल्म की भूमिका, भविष्य की योजना और भाई अनुराग कश्यप के बारे में
मर्द ही क्यों, हम भी जानते हैं दोस्ती करना!
दुनिया भर में तो पहले से बन रहे थे पर अब हिंदुस्तान में भी फीमेल फ्रेंडशिप पर अच्छी-खासी तादाद में वेब शो बनने लगे हैं. इनमें धमाल मचाने के अलावा आपसी रिश्तों को तरह-तरह से खंगालने के हो रहे प्रयोग
अब किसानी पर चढ़ेगा रंग
सोजत की मेहंदी
नगर निगम चुनाव बना नाक की लड़ाई
दिल्ली के नगर निगम चुनाव में जहां भाजपा सत्ता बचाने की जुगत में है, वहीं आप पहली बार सत्ता में आने की. इसके लिए दोनों पार्टियों की क्या हैं रणनीतियां
कश्ती उबारने को आया नया मांझी
मल्लिकार्जुन खड़गे के रूप में कांग्रेस को पिछले 50 साल में पहला दलित अध्यक्ष मिला है. अस्सी वर्षीय नेता ने ऐसे समय कमान संभाली है जब पार्टी अपने कायापलट के लिए बेताब है. क्या वे ले जा पाएंगे कांग्रेस को नई ऊंचाइयों पर?
अब काबू में आया कोविड
कोविड-19 के संक्रमण और मौतों में कमी इशारा करती है कि प्राकृतिक या अर्जित रोग प्रतिरोधक क्षमता के बूते हमने वायरस को मात दे दी, हालांकि महामारी के खात्मे का ऐलान करना अभी जल्दबाजी होगी।
चुनाव टला, घमासान जारी
बबीता हांसदा ने कभी चुनाव लड़ने के बारे में सोचा तक नहीं था.
भाजपा के मिशन बिहार में जेपी भी
राजनीति समय पर विनियोजन की कला है. और इस कला में भाजपा से ज्यादा चतुर कौन हो सकता है, जिसने आपातकाल के विरोध का प्रतीक रहे जयप्रकाश नारायण यानी 'जेपी' की ओर रुख कर लिया है.
बेकाबू होती महंगाई
लगता है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के पास कोई चारा नहीं बचा. इस साल कई बार ब्याज दरें बढ़ाने के बाद भी महंगाई की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही.
आया था अमिताभ बनने
हाल में आई चक्की के ऐक्टर राहुल भट्ट दस साल अभिनय से दूर रहने और अलग-अलग डायरेक्टर्स से सीखने वगैरह के मुद्दे पर
भाषाओं की नैया का भरोसेमंद खेवइया
विश्वविद्यालय में अंग्रेजी पढ़ाते हुए उन्हें महसूस हुआ कि वे एक विदेशी भाषा को समृद्ध कर रहे हैं. उन्होंने भारतीय भाषाओं का रुख किया और धीरे-धीरे उन्हीं के होकर रह गए
समाजवाद के मास्टर
स्मृति शेषः मुलायम सिंह यादव (1939-2022)
बैंक्टीरिया देने लगे दवाओं को गच्चां
आम आदमी की सेहत के मोर्चे पर अब एक बड़ा खतरा दस्तक दे रहा. कई रोगों के बैक्टीरिया पर अभी तक कारगर ऐंटीबायोटिक दवाएं बेअसर होने लगीं और नई दवाएं उस अनुपात में तैयार नहीं हो पा रहीं.
हाइवे पर जानलेवा हादसे
राष्ट्रीय राजमार्ग-48 का जयपुर-गुरुग्राम वाला हिस्सा ट्रैफिक के लिए एक बुरा सपना बन गया है. दसियों डेडलाइन के बावजूद यह अब भी तैयार नहीं. और बदहाली के चलते हर साल 300 से ज्यादा व्यक्तियों की जा रही जान.
पहले हम तौलेंगे वादे
चुनाव आयोग के एक नए प्रस्ताव के मुताबिक वह राजनीतिक पार्टियों से उनके चुनावी वादों की व्यवहारिकता परखने के लिए चुनाव से पहले ही उनकी पूरी जानकारी चाहता है. केंद्र सरकार, विपक्षी पार्टियों और विशेषज्ञों का क्या है इस पर रुख
खुद को नए सिरे से गढ़ते राहुल
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का एक बड़ा मकसद भाजपा की कथित विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ एकता का अफसाना गढ़ना है, लेकिन यह राहुल गांधी के लिए नई राजनैतिक पूंजी जुटाने की कवायद भी है
बड़बोले किशोर बंदूकबाज
मध्य प्रदेश में किशोर अपराधियों के गैंग बनाने और फिर सोशल मीडिया के जरिए उनके कल्ट जाने की पड़ताल
भारत में कितने कुत्ते
आंकड़ों में सच
गर्भ में गुम एक-तिहाई बेटियां
ओ पगली, लड़कियां हवा, धूप, मिट्टी होती हैं। उनका कोई घर नहीं होता/जिनका कोई घर नहीं होता/उनकी होती है भला कौन-सी जगह?
साइबर अपराध की राजधानी
सड़कें धूल भरी. सड़कों के किनारे बेतरतीब ढंग से बनी दुकानें. पान- सिगरेट की गुमटियां उनके आसपास उलटे-सीधे तरीके से पार्क किए गए स्कूटर, मोटरसाइकिलें, रिक्शे, बसें और ट्रक.
मुकाबला तीरों और तलवारों में
अब शिवसेना नहीं रही. या कह सकते हैं कि फिलहाल उसका भविष्य अधर में लटक गया है. सोमवार 10 अक्तूबर को चुनाव आयोग ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे की अगुआई वाले परस्पर विरोधी गुटों को अलग-अलग नाम का आवंटन करके इस 56 साल पुरानी पार्टी के विभाजन पर मुहर लगा दी. इसके साथ ही आयोग ने अंतरिम उपाय के रूप में दोनों को 'असली' शिवसेना होने के अधिकार से वंचित कर दिया.
अभी और बढ़ेगा शी का जलवा?
अक्तूबर की 16 तारीख को बीजिंग में आयोजित हो रही कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) की राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस पर दुनिया भर की नजरें टिकी होंगी. इसमें होने वाले विचार-विमर्श से चीन की घरेलू और विदेश नीतियों के बारे में अहम संकेत मिलेंगे, खास तौर पर ऐसे वक्त में जब भूराजनैतिक परिदृश्य में आमूलचूल बदलाव आ रहे हैं और चीन में राजनैतिक तथा आर्थिक स्थिति ज्यादा चुनौतियों से भरी है.
डरते हुए जीना भी कोई जीना है!
हाल में रिलीज हुई विक्रम वेधा में एक अहम किरदार निभाने वाली राधिका आप्टे का कहना है कि दोयम दर्जे की फिल्में करने की बजाय भविष्य में वे खुद स्क्रिप्ट राइटिंग और डायरेक्शन करना पसंद करेंगी
एमपी में मिला एक 'नया' उदयपुर
एक उदास कस्बे के जागने की कहानी, इतिहास के एक जानकार और एक जिज्ञासु की जुगलबंदी...