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तीन हजार करोड़ से अधिक का होगा विनिवेश
असम में उद्योग लगाने के लिए सरकार के नया समझौता करने वाली इन कंपनियों में लांग स्पान स्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड ने 139 करोड़, एसबीएल बिस्किट्स प्राइवेट लिमिटेड ने 139.15 करोड़, केसर पेट्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने 2000 करोड़, उमरांग्सो इंडिया सीमेंट्स लिमिटेड ने 285 करोड़, मेसर्स सुनीत ब्रेवरीज प्राइवेट लिमिटेड ने 151 करोड़ और मेसर्स जेरिको फूड्स एंड बेवरेजेज ने 410 करोड़ के विनिवेश का प्रस्ताव रखा है।
सरना धर्म कोड पर गरमाई सियासत
साल 2021 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार देश में लगभग 12 करोड़ आदिवासी निवास करते हैं। झारखंड में आदिवासियों की संख्या एक करोड़ से भी अधिक है। झारखंड की एक बड़ी आबादी सरना धर्म को मानने वाली है। इस प्राचीनतम सरना धर्म का जीता-जागता ग्रंथ स्वयं जल, जंगल, जमीन और प्रकृति है। सरना धर्म की संस्कृति, पूजा पद्धिति, आदर्श और मान्यताएं प्रचलित सभी धर्मों से अलग है।
हरियाणा सिविल सर्विस परिणाम - क्या बुद्धि-बंजर हो चुकी है हरियाणा की धरती!
बड़ी दुखद बात है कि हरियाणा की इस मुख्य परीक्षा में 1190 अभ्यर्थियों में से केवल 61 अभ्यर्थी ही इन शर्तों को पूरा कर पाए और शेष 1129 अभ्यर्थी इस बाधा को पार करने में असफल रहे। इससे अधिक विडंबना क्या होगी कि कुछ अभ्यर्थी तो इंग्लिश व हिन्दी में न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक भी नहीं ले सके। ऐसी स्थिति पहली बार उत्पन्न नहीं हुई है।
जातीय विद्वेष की नई प्रयोगशाला बनता बिहार
रामचरितमानस पर राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के बयान की आग अभी ठंडी भी नहीं पड़ी कि ठाकुर (क्षत्रिय) जाति को लेकर विवाद शुरू हो गया है। रामचरितमानस को लेकर विवाद खड़ा किया गया। इसके जरिए सवर्णों को निशाना बनाया गया। एक बार फिर सवर्ण ही निशाने पर हैं। यह सारा खेल पिछड़ी व दलित जातियों को लुभाने के लिए हो रहा है। हिंदुओं के वोट को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर जीत हासिल करने का फार्मूला खोजा जा रहा है।
जातीय जनगणना की मांग हुई तेज
बिहार सरकार द्वारा जातिगत जनगणना को लेकर लिए निर्णय के बाद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर दिया है। इसमें सरकार ने कहा है कि जनगणना का अधिकार राज्यों के पास नहीं है। इससे पहले कोर्ट में बिहार सरकार ने दलील देते हुए कहा कि राज्य में सर्वे का काम पूरा हो चुका है। सारे डाटा भी ऑनलाइन अपलोड कर दिए गए हैं। इसके बाद याचिकाकर्ता की ओर से डाटा रिलीज करवाने की मांग की थी। इससे पूर्व पटना हाईकोर्ट ने बिहार में जातीय जनगणना को लेकर उठ रहे सवालों पर सुनवाई की थी।
नारी शक्ति वंदन
27 साल तक लटके रहा महिला आरक्षण विधेयक 19 सितम्बर को संसद की नई इमारत में पहले दिन पेश किया गया। कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिला आरक्षण से जुड़ा विधेयक पेश किया। इस विधेयक में संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है। वास्तव में महिला आरक्षण के लिए पेश किया गया विधेयक 128वां संविधान संशोधन विधेयक है। विधेयक में कहा गया है कि लोकसभा, राज्यों की विधानसभाओं और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की विधानसभा में एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। इसका अर्थ यह हुआ कि लोकसभा की 543 सीटों में से 181 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।
जोशीमठ का सच आया सामने अभी टला नहीं खतरा
सीबीआरआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जोशीमठ में 37 प्रतिशत भवन रहने लायक पाए गए हैं। 42 प्रतिशत भवन ऐसे हैं, जिनका पुनः आकलन जरूरी है। 20 प्रतिशत भवन ऐसे पाए गए, जो रहने लायक स्थिति में नहीं हैं और एक प्रतिशत भवनों को ध्वस्त करने की संस्तुति की गई है। सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने जोशीमठ के ढाल और भवनों की सुरक्षा को एक-दूसरे से सीधे तौर पर जोड़ा है।
जैविक राज्य बनता उत्तराखंड
पृथ्वी पर जब मानव का उद्भव हुआ तब वह पूरी तरह प्रकृति पर निर्भर था। आरंभिक मानव गुफाओं में रहता था और कंद मूल, फल खाकर अपना पेट भरता था। पत्थरों के औजारों से वह जंगली जानवरों का शिकार करता था और उससे भी अपनी पेट की क्षुधा शांत करता था। इन सबके लिए मानव को लम्बी-लम्बी यात्राएं करनी पड़ती थी।
पीस टू प्रोसपेरिटी में निवेश का नया डेस्टीनेशन उत्तराखंड
धामी ने ब्रिटेन के लंदन की राह चुनी। उसी लंदन की जिसे ब्रिटेन की वित्तीय राजधानी के रूप में देखा जाता है। उसी ब्रिटेन की जहां कभी भारत से धन का पलायन होता था, जिस ड्रेन ऑफ वेल्थ की बात दादा भाई नौरोजी करते थे, उसी ब्रिटेन से उत्तराखंड के विकास के लिए पूंजी निवेश को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री धामी अति उत्साह और रणनीति के साथ गये और उत्तराखंड की धरती से पहली बार किसी नेतृत्व द्वारा इकोनामिक पैराडिप्लोमेसी की शुरुआत की गई। एक राज्य, एक देश के साथ आर्थिक संपर्क स्थापित करने में लग गया और उसे अत्यन्त सकारात्मक परिणाम मिले।
जनता के संघर्ष के साथी योगी - यूपी में योगी ने खींची बड़ी सियासी लाइन
योगी के दबदबे का यह हाल है कि दिल्ली का आलाकमान भी यूपी के बारे में ज्य सोचते हैं क्योंकि उन्हें पता है कि चाहे बात विधानसभा चुनाव की हो या फिर लोकसभा की, दोनों ही चुनाव योगी अपने दम पर जीतने की कूबत रखते हैं, इसीलिए यूपी की 80 लोकसभा सीटों को लेकर मोदी भी ज्यादा चिंतित नहीं हैं। मोदी और उनकी पूरी टीम को यूपी में योगी के दम पर बड़ी जीत मिलती दिख रही है। राजनीति के जानकार और सर्वे रिपोर्ट तक में यूपी की 80 में से 70 सीटें बीजेपी की झोली में जाते दिख रही हैं। यह योगी का ही चमत्कार है।
आइएनडीआइए का 'मायाजाल' किधर जाएंगी मायावती?
कांग्रेस किसी भी तरह से बसपा को गठबंधन में शामिल करना चाहती है, लेकिन समाजवादी पार्टी इसमें कोई रुचि नहीं ले रही है। बहरहाल, बसपा सुप्रीमो मायावती किसी भी पार्टी के साथ हाथ मिलाने को तैयार नहीं हैं जिसके चलते राजनीति के गलियारों में हड़कम्प मचा हुआ है। वैसे तो पिछले दो दशकों में बसपा लगातार कमजोर हुई है, लेकिन अभी भी उसके पास 14 फीसदी दलित वोट बैंक मौजूद है। इसी के चलते बसपा से सब हाथ मिलाना चाहते हैं, तो मायावती को भी अपनी इस ताकत पर गुमान है, जिसके चलते वह फूंक-फूंक कर कदम आगे बढ़ा रही हैं।
डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का हब बनता भारत
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस बात पर विशेष ध्यान दिया है कि कैसे विदेशी प्रतिरक्षा कंपनियों के साथ आज भारत संयुक्त अनुसंधान और विकास पर काम करे, भारत को किस तरह डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब बनाया जाय। भारत ने अपने डिफेंस सिस्टम की मजबूती के लिए आवश्यक रक्षा साजोसामान को खरीदना और विदेशी कंपनियों को ठेके देना जारी रखा है लेकिन परिवर्तन यह आया है कि भारत अब विदेशी डिफेंस कंपनी की सारी शर्तों को मानते हुए काम करता हो, ऐसा नहीं है।
राष्ट्रीय 'इण्डिया गठबंधन' सीटों के बंटवारे का 'जाल'
सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस अपना वर्चस्व चाहती है। पहले भी कांग्रेस की मंशा का खुलासा हुआ था कि वह लोकसभा की 350 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। हालांकि विपक्षी गठबंधन में शामिल दल उसे इतनी सीटें देने के मूड में नहीं हैं, खासकर आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस। कांग्रेस या किस सहयोगी दल को कितनी सीटें मिलें, वह उस राज्य का बड़ा दल ही त करेगा। कांग्रेस भले ही सभी शेष 27 दलों को साध ले तो भी उसके खाते में डेढ़-दो सौ से अधिक सीटें नहीं आएंगी।
भारत ने 5ए साइड हॉकी एशिया कप जीता
पाकिस्तान को दी मात, वर्ल्ड कप के लिए किया क्वालीफाई
इसरो ने कामयाबी का नया गीत लिखा
वैदिककाल में भी सूर्य, पृथ्वी, सोम, मंगल, बुद्ध, बृहस्पति, शुक्र और शनि जैसे ग्रह वैदिक ऋषियों की जिज्ञासा रहे हैं। इनकी गति के विज्ञान से ही ज्योतिर्विज्ञान का विकास संभव हुआ।
राह कोई भी हो, मंजिल पर पहुंचने की जिद: कृपाशंकर
कमलदली कृपाशंकर कहते हैं कि पीएम मोदी, डीसीएम देवेन्द्र फडणवीस, प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले के नेतृत्व में पार्टी सभी चुनावों में दर्ज करेगी ऐतिहासिक जीत
चंद्रयान-3 की सफलता में असम के पांच होनहार वैज्ञानिक
चंद्रयान-3 मिशन में शामिल रहीं निधि शर्मा तिनसुकिया की बहू हैं। वैज्ञानिक निधि शर्मा चंद्रयान-3 मिशन की शुरुआत से ही इससे जुड़ी हैं। पिछले 10 वर्षों से इसरो में वैज्ञानिक के तौर पर काम कर रहीं निधि इससे पहले चंद्रयान-2 में भी शामिल थीं। उनकी शादी तिनसुकिया निवासी दिवाकर देब से हुई थी। वर्तमान में अपने पांच महीने के बच्चे के साथ गर्भवती निधि शर्मा ने इसरो के इस बड़े और सफल मिशन की एक सदस्य के रूप में देश को अपना समर्पण और उत्साह दिखाया है।
'चंद्रयान' ने भारत के स्पेस मिशन को लगाए चार चांद
मोदी सरकार की नई स्पेस पॉलिसी के तहत पिछले एक दशक में 55 स्पेसक्राफ्ट और 50 लॉच व्हीकल मिशन चलाए गए। साथ ही भारत ने एक साथ 104 उपग्रह प्रक्षेपित करने का रिकॉर्ड बनाया। भारत प्रथम प्रयास में ही मंगल ग्रह पर पहुंचने वाला पहला देश बना और आज चंद्रयान-3 मिशन को भी सफलता मिली है। मोदी सरकार द्वारा 2020 में अंतरिक्ष क्षेत्र में किए गए सुधारों से प्राइवेट प्लेयर्स को मौका मिला है और इससे हमारे मिशन को गति मिलेगी। भारतीय कंपनियों के लिए अंतरिक्ष का प्रवेश द्वार खुलने से हमारे युवाओं के लिए रोजगार के ढेर सारे अवसर पैदा होंगे।
पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की दरकार
अच्छी स्वास्थ्य सेवा न होने के कारण पहाड़ के लगभग सभी जिलों में अब तक कई गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशु और बुजुर्ग काल का ग्रास बन चुके हैं। ऐसी ही एक दुखद खबर पिछले दिनों पहाड़ के दूरस्थ जिले चंपावत से आई थी, जहां शिशु की मौत के 24 घंटे बाद ही प्रसूता महिला की मौत हो गई। बताया गया है कि शिशु की मौत के 24 घंटे तक पीड़िता का प्रसव नहीं किया गया जिससे लोहाघाट से हायर सेंटर रेफर गर्भवती महिला ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना था कि यदि समय रहते महिला का आपरेशन कर बच्चे को निकाल लिया जाता तो शायद महिला की जान बच सकती थी।
आपदाओं से इस बार सबसे अधिक सड़कों को नुकसान
वहीं इस वर्ष प्रदेश में हुई भारी बरसात के कारण कई बड़े व छोटे पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस कारण इन पुलों की बनावट व गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। अब सरकार ने क्षतिग्रस्त पुल विशेषकर बड़े पुलों को हुए नुकसान और उन्हें ठीक कराने के लिए आइआइटी रुड़की समेत अन्य बड़े संस्थानों से थर्ड पार्टी सर्वे कराने का निर्णय लिया है। सर्वे करने वाले संस्थानों से पुलों के डिजाइन समेत इनके निर्माण में इस्तेमाल की गई तकनीक व सामग्री का विवरण साझा किया जाएगा।
युवा तुर्क धामी के निर्णयों पर हाईकमान की मुहर
उत्तराखंड के एक दिवसीय प्रवास पर आए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरिद्वार में पार्टी के प्रांतीय कोर ग्रुप की बैठक से पहले और बाद में मुख्यमंत्री धामी से अलग से बातचीत भी की। सभी कार्यक्रमों में उन्होंने राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में धामी सरकार के कदमों की सराहना की। राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने राज्य में जबरन धर्मांतरण रोकने के लिए कानून सख्त बनाने, प्रतियोगी परीक्षाओं की शुचिता और इन्हें नकलविहीन बनाने के दृष्टिगत सख्त नकलरोधी कानून, सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने को चलाए जा रहे अभियान के साथ ही धामी सरकार की अन्य नीतियों व निर्णयों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
किसकी झोली में गिरेगी 'अमरमणि'
अमरमणि त्रिपाठी महराजगंज जिले की नौतनवा विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। वह समाजवादी पार्टी में भी रह चुके है। बाद में उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया था। बीजेपी के लिए अमरमणि इसलिए भी उपयोगी लग रहे हैं क्योंकि विरोधी दल के नेता लगातार योगी सरकार पर ब्राह्मण विरोधी होने का आरोप चस्पा करती रहती है, इसकी काट के लिए अमरमणि को बीजेपी बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में पेश करके ब्राह्मण वोटों की गोलबंदी कर सकती है।
मुस्लिमों को रास नहीं आता 'सपा-कांग्रेस' का साथ
प्रदेश कांग्रेस की कमान हाथ में आने के बाद जिस तरह से अजय राय ने राहुल-प्रियंका के क्रमशः अमेठी-वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर राग छेड़ा है, उससे कुछ समय के लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं में नया जोश भले भर गया हो, लेकिन संगठन के अभाव में किसी भी राजनैतिक पंडित को इस बात की उम्मीद नहीं है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में कुछ ज्यादा बेहतर कर पायेगी।
बुलडोजर के विकास से गहराते रिश्ते
वर्ष 2013-14 से वर्ष 2021-21 तक यानि सात वर्ष में बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा मंजूर परियोजनाओं में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी सिर्फ 4 प्रतिशत थी। वर्ष 2021.22 में इन परियोजनाओं में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी बढ़कर 12.8 प्रतिशत हुई। लगातार दो वर्षों में सबसे अधिक परियोजनाएं उत्तर प्रदेश में लगाने के प्रस्ताव किए गए। वर्ष 2028 तक उत्तर प्रदेश 515 अरब डालर की अर्थ व्यवस्था के साथ देश का दूसरा सबसे बड़ा आर्थिक रूप से सम्पन्न राज्य होगा।
कांग्रेस को पुनर्जीवित स करने की कवायद
सीडब्ल्यूसी में उन कांग्रेस नेताओं को शामिल करना है जो कभी बगावती तेवर अपना कर गुट जी-23 का गठन किया था। खड़गे ने आनंद शर्मा से लेकर मुकुल वासनिक जैसे जी-23 के नेताओं को जगह दी है। आनंद शर्मा वह कांग्रेसी हैं, जिन्हें राज्यसभा के लिए दोबारा नामांकित नहीं किया गया था। वहीं जी-23 की एक बैठक में शामिल हुए मुकुल वासनिक और पूर्व कर्नाटक सीएम एम वीरप्पा मोइली को सीडब्ल्यूसी में शामिल किया गया है।
राजस्थान: किस करवट बैठेगा 'चुनावी ऊंट'
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी आलाकमान ने उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है। इससे राजे और उनके समर्थक नाराज बताए जा रहे हैं। परिवर्तन यात्रा को लेकर भी पार्टी ने राजे को कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है। इससे पहले हुए भाजपा के कई कार्यक्रम में राजे शामिल नहीं हुई थीं। कुछ दिनो पूर्व गंगापुरसिटी में अमित शाह के कार्यक्रम में भी वसुंधरा राजे शामिल नहीं हुईं जबकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला उस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
दोषमुक्त अवस्था ही समस्त दुखों का निदान
आध्यात्मवादी भौतिकता का गलत मूल्य अंकित नहीं करता और कर्तव्य के नाते सबकी सेवा तो करता है किन्तु अपनत्व का भाव प्रभु स मानता है। विभिन्न सूचनाओं के लिए पुस्तकों का अध्ययन तो करता है किन्तु ज्ञान का सम्बन्ध प्रभु से मानता है। वस्तुओं के क्रय के लिए धन का आवश्यकतानुसार संग्रह भी करता है किन्तु आनन्द का सम्बन्ध प्रभु से ही मानता है। श्रम से हुई क्षति की पूर्ति हेतु भोजन करता है किन्तु शक्ति का सम्बन्ध प्रभु से ही मानता है।
'एक देश एक चुनाव' से बढ़ी 'I.N.D.I.A.' की टेंशन
'एक देश एक चुनाव' की संभावनाओं को तलाशने के लिए बनाई गई कमेटी से देश की सियासत में उबाल आ गया है। वहीं यह भी चर्चा है कि संसद के विशेष सत्र में मोदी सरकार एक और बड़ा दांव खेलने जा रही है और वह है महिला आरक्षण का। प्रधानमंत्री मोदी के इस दांव से उन्हें घेरने में जुटे विपक्षी दलों की पेशानी पर बल पड़ गया है। साफ है कि 'वन नेशन-वन इलेक्शन' ने विपक्षी दलों के गठबंधन 'इण्डिया' को 'टेंशन' में डाल दिया है।
तो इसलिए शिव को प्रिय है सावन
सावन वनस्पतियों के युवा हो जाने का काल हैं। झमाझम वर्षा का महीना। वायु भी शिव संकल्प सूक्त गुनगुनाते हुए बहती है और रुकती है, उमस सहित तो शिव का रुद्राभिषेक करने के लिए। वनस्पतियों के राजा हैं। वे सोम प्रसन्न होते हैं, वनस्पतियां औषधियां उगती हैं, खिलती हैं, खिलखिलाती हैं।
रेल से मजबूत होती रिश्ते की डोर
भारत सरकार ने भारत-नेपाल मैत्री रेल परियोजना के तहत वर्ष 2010 में इसे बड़ी लाइन में बदलने की योजना बनाई। जयनगर से बर्दीबास तक 65 किलोमीटर में काम करने का निर्णय लिया गया। जिम्मेदारी भारत सरकार के उपक्रम इरकान इंटरनेशनल को मिली। वर्ष 2014 में ट्रेनों का परिचालन बंद कर बड़ी लाइन का निर्माण कार्य शुरू हुआ। प्रथम चरण में जयनगर से कुर्था तक 31 किलोमीटर में वर्ष 2022 में काम पूरा हुआ।