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विमर्श के शिखर से
आधुनिक भारतीय विचारक शृंखला के अंतर्गत हिलाल अहमद के संपादन में सुदीप्त कविराज पर प्रकाशित किताब उनके बौद्धिक योगदान से परिचय कराती है। कविराज दक्षिण एशियाई राजनीति व बौद्धिक इतिहास के विद्वान हैं जो फिलहाल कोलंबिया विश्विद्यालय में पढ़ा रहे हैं। यह पुस्तक अंग्रेजी में लिखे उनके लेखों का अनुवाद-संचयन है।
गांधी को कलंकित करने के विरुद्ध
पिछले कुछ दशक से जारी अल्पसंख्यकों में असुरक्षा का भाव, मंदिर-मस्जिद जैसे विवाद, धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा और धर्मनिरपेक्ष ढांचे को ध्वस्त करने जैसे कदम भारत की राजनीति का अहम हिस्सा बन गए हैं।
चिकित्सा के सहारे शिक्षा की रखी बुनियाद
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के जाने माने ऑर्थोपेडिक सर्जन, विजय ऑर्थोपेडिक्स हॉस्पिटल के चेयरमेन और आजमगढ़ में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की शुरुआत करने वाले डॉ. राम बचन त्रिपाठी किसी परिचय के मोहताज नहीं।
सफल इलाज ने दिलाई कामयाबी
पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के सर्जिकल गेस्ट्रो एवं लीवर ट्रांसप्लांट विभाग में कार्यरत डॉ. राकेश कुमार सिंह को पेट के कैंसर की सर्जरी का विशेषज्ञ माना जाता है। विगत 18 वर्षों के दौरान दस हज़ार से अधिक सर्जरी को अंजाम दे चुके डॉ. राकेश कुमार सिंह लम्बे वक़्त तक दिल्ली स्थित सफदरजंग हॉस्पिटल और देहरादून के सिनर्जी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साईंस के सर्जिकल विभाग को भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
सर्जरी से समाजसेवा तक का सफर
पाल ईएनटी क्लिनिक एंड रिसर्च सेंटर, पटना के संस्थापक, बिहार के सिवान जिले के बरई पट्टी गाँव में जन्मे बिहार के प्राख्यात चिकित्सक डॉ. परमानंद प्रसाद 'पाल' का नाम राज्य के शीर्ष चिकित्सकों में शुमार है जिन्होंने अपनी बेहतर चिकित्सकीय सेवा के जरिए लाखों मरीज़ों का भरोसा जीता है।
मुश्किल भरी राहों पर चलकर चिकित्सा जगत और समाज में बनाई पहचान
बिहार के मोतीहारी जिले में अपने जमाने के प्रसिद्ध फिजिशियन व शिशु रोग विशेषज्ञ स्व. डॉ. एम. ए रहमान के तृतीय पुत्र डॉक्टर मो. तबरेज़ अजीज ने मुश्किल भरी राहों पर चलकर चिकित्सा जगत में जो मुकाम हासिल किया है वो काबिले तारिफ है।
बेहतर चिकित्सा की बदौलत बनाई पहचान
मार्च 1981 को बिहार के बेगूसराय जिले के बासुदेवपुर गाँव में जन्मे डॉ. अभय कुमार, प्रदेश के चिकित्सा जगत का एक जाना माना नाम हैं। भारतीय डाक सेवा में पोस्टमास्टर के पद से सेवानृवित्त डॉ. अभय के पिता सतीश चंद्र राय चाहते थे कि उनके पुत्र अभय अच्छी तालीम हासिल कर चिकित्सक बनें और मरीजों की सेवा करें।
भाला फेंक के नए सिकंदर
नीरज और नदीम के बीच एशियाई खेलों में भी स्वर्ण की टक्कर की उम्मीद
सचमुच प्रज्ञान 'आनंद'
प्रज्ञानानंद शतरंज का नया सितारा, विश्वनाथन आनंद के बाद सभी की निगाहें इस युवा पर
'मुझे भीड़ का हिस्सा नहीं बनना'
फिल्म गदर 2 के तूफान में ओएमजी 2 मजबूती से खड़ी है। ओएमजी 2 में सशक्त भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री यामी गौतम फिल्म के प्रदर्शन से संतुष्ट और प्रसन्न हैं। यामी गौतम हिंदी सिनेमा की उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में हैं, जो विविध भूमिकाओं के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने बीते दस वर्षों में अलग और नए विषयों की फिल्मों में अभिनय प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। विकी डोनर, बाला, उरी द सर्जिकल स्ट्राइक, काबिल जैसी कामयाब फिल्मों के बाद भी यामी गौतम सरल, सहज और जमीन से जुड़ी हुई हैं। उनसे फिल्म ओएमजी 2 के विषय में आउटलुक से मनीष पाण्डेय ने बातचीत की। मुख्य अंश:
इसरो को लगा चार चांद
जो काम आज से पचास-साठ साल पहले चांद पर पहुंच चुके देश अरबों डॉलर फूंक के भी नहीं कर सके, इसरो के वैज्ञानिकों ने वह काम इतने कम पैसे में कर दिखाया जितने में स्पेस पर एक फिल्म भी नहीं बन पाती है, पूरी दुनिया में अब चर्चा का विषय बन चुका चांद के दक्षिणी ध्रुव पर केंद्रित भारत का तीसरा चंद्रयान अभियान महज एक घटना नहीं, आजादी के बाद बनाई गई इस देश की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो की गौरवपूर्ण यात्रा का एक चमकदार पड़ाव
विवाद का नया बहाना
राज्यपाल बदलने के बावजूद हेमंत सरकार के साथ राजभवन का टकराव थम नहीं रहा
कांग्रेस में सेंध, अकाली से आस
पूर्व कांग्रेसियों के हाथ में भाजपा की डोर के बाद भी जीत की आश्वस्ति न होने से नजरें फिर अकाली से गठबंधन की ओर
भ्रष्टाचार के पन्ने
मध्य प्रदेश में इन दिनों एक के के बाद एक नौकरशाहों का भ्रष्टाचार खुल कर सामने आ रहा है
शिमला की तबाही
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हिमाचल प्रदेश में प्रलय लाकर सैकड़ों जानें लील ली हैं, हर दिन गिरती इमारतों, बह रहे पुलों, टूट रही सड़कों ने प्रदेश को देश से काट कर रख दिया है
कोटद्वार
द्वार उत्तराखंड यानी देवभूमि ! देवभूमि के स्मरण मात्र से रोम-रोम में पवित्रता और सात्विकता का अहसास होने लगता है। उत्तराखंड का ऐसा ही एक शहर है, कोटद्वार।
आईएमए को मजबूत करने का संकल्प
उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन उ आईएमए के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र कुमार सिंह प्रदेश की चिकित्सा जगत का एक जाना माना नाम है। मऊ के ख्याति प्राप्त नेत्र रोग विशेषज्ञ और ज्योति आई हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. सिंह की जन्म जुलाई 1957 को गाज़ीपुर जिले के मुस्तफाबाद गाँव में हुआ।
सच्ची मानव सेवा ने दिलाई शोहरत
अप्रैल 1973 को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में जन्मे डॉ. आनंद सिंह, प्रदेश के ख्याति प्राप्त चिकित्सकों में से एक हैं जिन्होंने प्रदेश की चिकित्सा जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
आउटलुक आइकेयर रैंकिंग 2023 उच्च शिक्षा संस्थानों में स्वायत्तता की ओर कदम
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में कहा गया है कि गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा का उद्देश्य अच्छे, विचारशील, सुविकसित और रचनात्मक व्यक्तियों को विकसित करना होना चाहिए।
राष्ट्रीय कानून की जरूरत
आदिवासी औरतों को डायन कह कर प्रताड़ित करने और निर्वस्त्र घुमाने की घटनाएं रिपोर्ट नहीं हो रहीं
जमीन की लूट में पहला शिकार
मणिपुर में दो जनजातीय महिलाओं का वीडियो संसद सत्र शुरू होने से ठीक पहले आया और पूरे देश को शर्मसार कर गया। देश के बाकी हिस्सों में आदिवासी औरतों के साथ जो हो रहा है, उसकी कहानियां बताती हैं कि यह हिंसा सामाजिक-राजनीतिक व्यवस्था की ओर से बाकायदा संगठित और पोषित है
'मामला तो जमीन का है'
प्रतिष्ठित लेखक, मानवाधिकार कार्यकर्ता, वकील नंदिता हक्सर पूर्वोत्तर में अरसे से सक्रिय रही हैं। उनकी कई किताबें मणिपुर समेत पूर्वोत्तर पर हैं। तकरीबन तीन महीने से ज्यादा समय से जारी मणिपुर में खौफनाक हिंसा पर उनसे बेहतर आवाज शायद ही कोई हो सकती है।
दंत चिकित्सा में विजन ने दिलाई पहचान
महाराष्ट्र के वसंत दादा पाटिल डेंटल कॉलेज से बीडीएस और चेन्नई के प्रसिद्ध सविता यूनिवर्सिटी से एमडीएस की डिग्री हासिल कर चुके दिल्ली के डॉ. आशीष गुप्ता को साल 2002 में कोचीन में आयोजित एक कन्वेंशन के दौरान भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के हाथों डीएनबी की डिग्री से नवाजा गया।
अल्ट्रा फास्ट 3 डी मैपिंग टीएमटी के जनक
पंजाब के जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन के रूप में मशहूर डॉ. भानु सलूजा भारत के चिकित्सा जगत में किसी परिचय के मोहताज नहीं।
मैं दिखावा नहीं कर सकती'
तान्या मानिकतला उन चुनिंदा अभिनेत्रियों में हैं, जिन्होंने बहुत कम समय में अपने अभिनय से कलाप्रेमियों को अपना मुरीद बनाया है।
"यह तबाही तो हमने मोल ली है"
हिमालय नीति अभियान के संयोजक गुमान सिंह अरसे से हिमाचल प्रदेश में पहाड़, नदी, जंगल, पर्यावरण बचाने के संघर्ष में जुटे हुए हैं।
वादी में बर्बादी की सड़क-सुरंगें
कश्मीर घाटी में जलवायु परिवर्तन और सड़क सुरंगें बिछाने के अवैज्ञानिक तरीकों से भूस्खलन और बाढ़ के खतरे बढ़े से
बाढ़ में राजनीति लीला
भारी बारिश और बाढ़ से हुई जबरदस्त तबाही के बीच नेताओं के अपने-अपने राजनीतिक दांव
विकास की कीमत
अनियंत्रित और अवैज्ञानिक विकास की अवधारणा ने किया बंटाधार
अंधाधुंध विकास का अभिशाप
अप्रत्याशित बारिश और बाढ़ से हुई तबाही में चरमराया प्रदेश क्या विकास परियोजनाओं पर फिर से विचार करेगा